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क्‍या संजय रॉय के अलावा कोई और भी शामिल... कोलकाता रेप-मर्डर की गुत्‍थी सुलझा देगी DNA रिपोर्ट

Kolkata Rape Murder Case: सूत्र का कहना है कि कोलकाता केस में सिर्फ डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट ही सबसे महत्वपूर्ण है. डीएनए रिपोर्ट से साफ हो जाएगा कि इस रेप-मर्डर मामले में सिर्फ एक ही आरोपी शामिल था या कुछ और लोगों के भी कुछ सेंपल मिलते है.

क्‍या संजय रॉय के अलावा कोई और भी शामिल... कोलकाता रेप-मर्डर की गुत्‍थी सुलझा देगी DNA रिपोर्ट
ओरोपी संजय रॉय की डीएनए रिपोर्ट कर देगी केस सॉल्‍व- सूत्र
नई दिल्‍ली:

कोलकाता में आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जूनियर डॉक्‍टर के रेप और मर्डर में क्‍या संजय रॉय अकेला आरोपी है...? मामले की शुरुआत से ये आशंका जताई जा रही है कि संजय रॉय के अलावा भी कुछ लोग इस घिनौने जुर्म में शामिल हो सकते हैं. इस केस की जांच से जुड़े सूत्रों का कहना है कि  संजय रॉय का डीएनए सैंपल रिपोर्ट इस केस को सॉल्व कर देगी, जो फिलहाल सीएफएसएल लैब में है. बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट को आने में कुछ दिनों का समय लग सकता है. 

DNA टेस्ट की रिपोर्ट सबसे महत्वपूर्ण

कोलकाता रेप-मर्डर केस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, "कोलकाता केस में सिर्फ डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट ही सबसे महत्वपूर्ण है. डीएनए रिपोर्ट से साफ हो जाएगा कि इस रेप-मर्डर मामले में सिर्फ एक ही आरोपी शामिल था या कुछ और लोगों के भी कुछ सेंपल मिलते है. हालांकि, अभी तक रेप और हत्या में एक ही आरोपी संजय रॉय का नाम सामने आया है." वैसे, बता दें कि इस मामले में सीबीआई कई एंगल से छानबीन कर रही है. कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीष घोष से सीबीआई ने लगातार 6 दिनों तक पूछताछ की है. कई अन्‍य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है.  


साइकोलॉजिकल, पॉलीग्राफी टेस्‍ट का कोर्ट में महत्‍व नहीं  

सूत्र ने बताया, "सिर्फ डीएनए रिपोर्ट ही इस केस को पूरी तरह से सॉल्व करने के लिए काफी है, जिसका कोर्ट में महत्व भी है. इसके अलावा साइकोलॉजिकल टेस्ट, पॉलीग्राफी टेस्‍ट बस एक माध्यम है, सच झूठ पकड़ने के लिए. लेकिन इनका कोर्ट में कोई महत्व नहीं होता है." सूत्रों के मुताबिक, "संजय रॉय का डीएनए सैंपल रिपोर्ट केस को सॉल्व कर देगी, जो फिलहाल सीएफएसएल लैब में है. इसकी पूरी रिपोर्ट आने में समय लगता है." बता दें कि पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष अभी तक मामला छिपाने, सबूतों से छेड़खानी करने के मामले में संदेह में है. 

पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की कार की हुई फोरेंसिक जांच

सीबीआई ने डॉ. संदीप घोष द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहन की बुधवार को तकनीकी पड़ताल की. यह पड़ताल मेडिकल प्रतिष्ठान के अंदर एक महिला चिकित्सक के कथित बलात्कार और हत्या की जांच के सिलसिले में की गई. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई कर्मियों ने उस वाहन के चालक से भी पूछताछ की जिसे घोष आरजीकेएमसीएच के प्रिंसिपल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे. उन्‍होंने कहा, "फोरेंसिक विशेषज्ञों ने वाहन की जांच पड़ताल की है ताकि इसकी गतिविधियों का विवरण पता लगाया जा सके. हम यह भी जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या वाहन का इस्तेमाल कुछ ले जाने के लिए किया गया था? हमने जानकारी लेने के लिए वाहन के चालक से भी बात की है."

सीबीआई ने संदीप घोष से पूछे ये सवाल

सीबीआई ने हत्या की जांच के तहत बुधवार को लगातार छठे दिन घोष से पूछताछ जारी रखी. सूत्रों के अनुसार, घोष से पूछा गया कि क्या उन्होंने मृतक डॉक्‍टर का पोस्टमार्टम आरजीकेएमसीएच में कराने पर जोर दिया था तथा कहीं और इसकी अनुमति नहीं दी थी? इस बीच, घोष के एक करीबी सूत्र ने बताया कि पूर्व प्रिंसिपल कथित बलात्कार और हत्या की पीड़िता की पहचान उजागर करने के मामले में पूछताछ के वास्ते कोलकाता पुलिस के अधिकारियों के समक्ष उपस्थित नहीं हुए, जो कि अवैध है. घोष ने पुलिस को बताया कि सीबीआई द्वारा पूछताछ के कारण वह उपलब्ध नहीं हो पाएंगे तथा उन्होंने किसी और तारीख पर पेश होने का आग्रह किया.

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