मीठी नदी जो मुंबई के लिए पानी के लिए निकलने का अहम रास्ता है, उसकी सफाई को लेकर हुआ घोटाला काफी चर्चा में है. 65 करोड़ रुपये के इस घोटाले में बॉलीवुड एक्टर डिनो मोरिया का नाम भी आ रहा है. सोमवार को मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मामले में गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी केतन कदम से संबंधों के सिलसिले में करीब छह घंटे तक पूछताछ की. इस मामले में पहले ही कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और महत्वपूर्ण राजनीतिक नतीजे सामने आए हैं.
डिनो से हुई घंटों पूछताछ
बॉलीवुड एक्टर डिनो मोरिया को कुछ दस्तावेजों के साथ बुलाया गया था. सूत्रों की मानें तो जांच में सामने आया है कि कदम और डिनो मोरया के बीच वित्तीय लेन-देन हुआ है. उसी के तहत डिनो मोरिया को जांच के लिए बुलाया गया है. इस तरफ जांच की जा रही है कि क् या कदम और मोरिया के बीच हुआ वित्तीय लेन-देन मीठी नदी से जुड़ा है? इस संबंध में भी जांच की जा रही है. सूत्रों का कहना है कि ये लेन-देन 2018 से 2022 के बीच हुए हैं. इस मामले में हम फिलहाल डिनो मोरिया और उनके भाई सैनटिनो से पूछताछ चल रही है.
बताया जा रहा है कि कदम और डिनो मोरिया एक दूसरे को पिछले 20 से 25 सालों से जानते हैं. डिनो मोरिया का कंपनियों से कोई संबंध नहीं है लेकिन केतन कदम और उनके बीच लेन-देन हुए हैं. आर्थिक अपराध शाखा 20 से 22 बैंक खातों का ऑडिट करेगी. वहीं महाराष्ट्र पुलिस सिर्फ धोखाधड़ी से जुड़े लेन-देन की जांच कर रही है. इस मामले में अब तक नगर पालिका के 3 अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ की जा चुकी है.
मीठी नदी बाढ़ की वजह!
मीठी नदी 17.8 किलोमीटर लंबी नदी है जो विहार और पवई झीलों के बहुत ज्यादा बहाव से निकलती है. इसके बाद माहिम क्रीक और आखिर में अरब सागर में मिल जाती है. जुलाई 2005 की खतरनाक मुंबई बाढ़ के बाद से नदी अपने बहुत ज्यादा प्रदूषण और सिल्ट जमा होने की वजह से जांच के दायरे में आ गई है. उस बाढ़ में 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. प्रदूषण और सिल्ट की वजह से जिससे मानसून के दौरान नदी में पानी को ले जाने की इसकी क्षमता कम होती गई है.
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) जिसे भारत में सबसे अमीर नगरपालिका कहा जाता है, उसकी तरफ से स्लिट निकालने के कई प्रयास शुरू किए गए हैं. नदी की सफाई और रखरखाव के लिए बड़ी मात्रा में पब्लिक फंड्स मिलने के बाद भी लापरवाही, भ्रष्टाचार और गैर-प्रभावी काम के आरोप लगातार तौर पर सामने आते रहते हैं.
इस महीने की शुरुआत में आर्थिक अपराध शाखा ने मीठी नदी से स्लिट निकालने के मामले में बड़े पैमाने पर हुए घोटाले का मामला सामने आया था. इसमें BMC अधिकारियों और ठेकेदारों समेत 13 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. जांच अधिकारियों के अनुसार स्पेशल ड्रेजिंग इक्विपमेंट्स किराए पर लेने के टेंडरों में कुछ सप्लायर्स को फायदा पहुंचाने के लिए हेरफेर किया गया था.
टेंडर की थी खास शर्तें
बताया जा रहा है कि इन टेंडर्स इस तरह से खास शर्तों के साथ तैयार किया गया था जिससे किसी और से कोई कॉम्पटीशन न रह जाए और साथ ही पसंदीदा कंपनियों को टेंडर मिल सके. इसके बाद ठेकेदारों ने कीचड़ को ट्रांसपोर्ट करने के लिए फर्जी बिल बनाए जो या तो किए ही नहीं गए या फिर उन्हें बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया. अधिकारियों का अनुमान है कि बीएमसी को 65 करोड़ रुपये से ज्यादा का वित्तीय नुकसान इसकी वजह से हुआ है. सूत्रों की मानें तो आठ करोड़ रुपये के एक कॉन्ट्रैक्ट में 17 करोड़ रुपये तक का बढ़ा-चढ़ाकर भुगतान किया गया. मामले के सिलसिले में दो प्रमुख बिचौलियों केतन कदम और जयेश 'जय' जोशी को गिरफ्तार किया गया.
डिनो और केतन की बातचीत
साल 2000 के दशक की शुरूआत में फिल्मों में अपने काम के लिए मशहूर हुए बॉलीवुड एक्टर मोरिया और उनके भाई सैंटिनो को अपराध शाखा ने तब तलब किया था जब कॉल डिटेल रिकॉर्ड से पता चला कि उनके और केतन कदम के बीच लगातार बातचीत होती थी. कदम, जिसे जांच में पहले ही गिरफ्तार किया गया था, के बारे में कहा जाता है कि उसने स्लिट निकालने के ठेकों और मशीनरी के किराये को को-ऑर्डिनेट करने भूमिका निभाई थी. डिनो और सैंटिनो दोनों सोमवार सुबह दक्षिण मुंबई में मुंबई पुलिस कमिश्नर के अंदर स्थित ईओडब्ल्यू ऑफिस पहुंचे. वे करीब आठ घंटे तक अंदर रहे, जिस दौरान उनके बयान दर्ज किए गए. उनकी संलिप्तता की प्रकृति की अभी भी जांच की जा रही है.
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