नई दिल्ली:
बीएसएफ का जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उससे गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू गुरुवार को जाने वाले थे। मंत्रालय के मुताबिक, इसी विमान में गृह राज्यमंत्री अक्सर सफर करते हैं।
उधर, विमान के क्रैश होने की सबसे पहली जानकारी बीएसएफ को मुंबई से मिली थी। बीएसएफ के निदेशक डीके पाठक का कहना है कि हमें और बीएसएफ के एयरविंग को जानकारी मुंबई ELT से मिली। जहाज पहले एक पेड़ से टकराया, उसके बाद दूसरे पेड़ टकराया, फिर एक सीवेज ट्रीटमेंट की दीवार से टकराया और क्रैश हो गया। इसके बाद जहाज में आग लग गई।
क्षमता से अधिक भार तो हादसे की वजह नहीं
उन्होंने यह भी बताया कि चश्मदीदों से मिली जानकारी के मुताबिक, विमान ने उड़ने के एक मिनट बाद ही यू-टर्न ले लिया। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या हुआ होगा। पाठक का कहना है कि डीजीसीए ने इसकी जांच के आदेश भी दे दिए हैं। उधर, गृह मंत्रालय के सीनियर अधिकारी का कहना है कि जांच इस पहलू पर भी हो रही है कि क्या विमान में क्षमता से ज़्यादा भार था या तकनीकी खराबी थी।
ऐसे हुआ हादसा
सूत्रों के हवाले से जो खबरें मिल रही हैं, उनके मुताबिक, क्रैश से पहले पायलट विमान को रिहायशी इलाके से दूर ले गए। उड़ान भरते ही पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का पता चला। पायलट ने इंजीनियरिंग विंग को जानकारी दी। इंजीनियरिंग विंग ने वापसी के लिए क्लीयर किया। पायलट ने एसओएस कॉल देकर एयरपोर्ट वापस लौटना चाहा। इमरजेंसी का ऐलान और रनवे 28 को खाली कराया गया। रनवे से बस 50 मीटर पहले ही विमान क्रैश हो गया।
उधर, विमान के क्रैश होने की सबसे पहली जानकारी बीएसएफ को मुंबई से मिली थी। बीएसएफ के निदेशक डीके पाठक का कहना है कि हमें और बीएसएफ के एयरविंग को जानकारी मुंबई ELT से मिली। जहाज पहले एक पेड़ से टकराया, उसके बाद दूसरे पेड़ टकराया, फिर एक सीवेज ट्रीटमेंट की दीवार से टकराया और क्रैश हो गया। इसके बाद जहाज में आग लग गई।
क्षमता से अधिक भार तो हादसे की वजह नहीं
उन्होंने यह भी बताया कि चश्मदीदों से मिली जानकारी के मुताबिक, विमान ने उड़ने के एक मिनट बाद ही यू-टर्न ले लिया। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या हुआ होगा। पाठक का कहना है कि डीजीसीए ने इसकी जांच के आदेश भी दे दिए हैं। उधर, गृह मंत्रालय के सीनियर अधिकारी का कहना है कि जांच इस पहलू पर भी हो रही है कि क्या विमान में क्षमता से ज़्यादा भार था या तकनीकी खराबी थी।
ऐसे हुआ हादसा
सूत्रों के हवाले से जो खबरें मिल रही हैं, उनके मुताबिक, क्रैश से पहले पायलट विमान को रिहायशी इलाके से दूर ले गए। उड़ान भरते ही पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का पता चला। पायलट ने इंजीनियरिंग विंग को जानकारी दी। इंजीनियरिंग विंग ने वापसी के लिए क्लीयर किया। पायलट ने एसओएस कॉल देकर एयरपोर्ट वापस लौटना चाहा। इमरजेंसी का ऐलान और रनवे 28 को खाली कराया गया। रनवे से बस 50 मीटर पहले ही विमान क्रैश हो गया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं