कार्ति चिदंबरम को एक दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा गया.
नई दिल्ली:
आईएनएक्स मीडिया मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए पूर्व वित्त मंत्री के बेटे कार्ति चिदंबरम को दिल्ली की एक
अदालत में पेश किया गया. अदालत ने कार्ति को पूछताछ के लिए एक दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा है. सीबीआई ने कार्ति से पूछताछ के लिए 15 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुमित आनंद ने एक दिन हिरासत की मंजूरी देते हुए स्पष्ट किया कि गुरुवार दोपहर 2.30 बजे उसे संबंधित विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा.
चिदंबरम ने कहा, अरुण जेटली की जगह होता तो इस्तीफा दे देता
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के 46 वर्षीय बेटे कार्ति को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सुमित आनंद के समक्ष पेश किया गया था. सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील वीके शर्मा ने अदालत में कहा कि कार्ति ने जांच में सहयोग नहीं किया है और उसने बार-बार विदेश की यात्रा की जिसने इस 'आशंका की पुष्टि' की 'वह देश छोड़कर भाग' जाएगा. सीबीआई ने कोर्ट में जमानत का विरोध किया. सीबीआई ने कहा कि एक गवाह ने 17 फरवरी को मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया है कि कार्ति ने केस को सैटल करने के लिए एक मिलियन डालर मांगे थे. ये रुपये देश के बाहर दिए गए. यही गिरफ्तारी का मेन आधार बना.
पी चिदंबरम का दावा- UPA के 10 साल में हासिल हुई किसी एक दशक की सबसे तेज आर्थिक वृद्धि
सीबीआई की दलीलों का विरोध करते हुए कार्ति की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह विचित्र मामला है और गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं बनता है. इससे पहले दिन में कार्ति को सीबीआई के अधिकारियों ने
चेन्नई हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया जो वहां उनके ब्रिटेन से लौटने का इंतजार कर रहे थे. सीबीआई ने पिछले साल 15
मई को आईएनएक्स मीडिया को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड द्वारा दी गई मंजूरी में कथित गड़बड़ियों के चलते मामला दर्ज
किया था.
VIDEO: पी चिदंबरम के बेटे कार्ती गिरफ़्तार
मामला कंपनी के 2007 में 305 करोड़ रुपये की विदेशी पूंजी हासिल करने से संबद्ध है. उस समय पी. चिदंबरम देश के वित्त मंत्री थे. सीबीआई का आरोप है कि इस मामले में कार्ति ने 10 लाख रुपये की राशि प्राप्त की थी. इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय ने भी धन शोधन का मामला दर्ज किया है.
(इनपुट : भाषा)
अदालत में पेश किया गया. अदालत ने कार्ति को पूछताछ के लिए एक दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा है. सीबीआई ने कार्ति से पूछताछ के लिए 15 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुमित आनंद ने एक दिन हिरासत की मंजूरी देते हुए स्पष्ट किया कि गुरुवार दोपहर 2.30 बजे उसे संबंधित विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा.
चिदंबरम ने कहा, अरुण जेटली की जगह होता तो इस्तीफा दे देता
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के 46 वर्षीय बेटे कार्ति को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सुमित आनंद के समक्ष पेश किया गया था. सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील वीके शर्मा ने अदालत में कहा कि कार्ति ने जांच में सहयोग नहीं किया है और उसने बार-बार विदेश की यात्रा की जिसने इस 'आशंका की पुष्टि' की 'वह देश छोड़कर भाग' जाएगा. सीबीआई ने कोर्ट में जमानत का विरोध किया. सीबीआई ने कहा कि एक गवाह ने 17 फरवरी को मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया है कि कार्ति ने केस को सैटल करने के लिए एक मिलियन डालर मांगे थे. ये रुपये देश के बाहर दिए गए. यही गिरफ्तारी का मेन आधार बना.
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सीबीआई की दलीलों का विरोध करते हुए कार्ति की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह विचित्र मामला है और गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं बनता है. इससे पहले दिन में कार्ति को सीबीआई के अधिकारियों ने
चेन्नई हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया जो वहां उनके ब्रिटेन से लौटने का इंतजार कर रहे थे. सीबीआई ने पिछले साल 15
मई को आईएनएक्स मीडिया को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड द्वारा दी गई मंजूरी में कथित गड़बड़ियों के चलते मामला दर्ज
किया था.
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मामला कंपनी के 2007 में 305 करोड़ रुपये की विदेशी पूंजी हासिल करने से संबद्ध है. उस समय पी. चिदंबरम देश के वित्त मंत्री थे. सीबीआई का आरोप है कि इस मामले में कार्ति ने 10 लाख रुपये की राशि प्राप्त की थी. इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय ने भी धन शोधन का मामला दर्ज किया है.
(इनपुट : भाषा)
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