आईएएस अधिकारी डीके रवि के आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का एलान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सोमवार को विधानसभा में करेंगे।
बेंगलुरु में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में वह विधानसभा में सरकार की स्थिति साफ़ करेंगे। चूंकि विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है और प्रोटोकॉल के मुताबिक मुख्यमंत्री और दुसरे मंत्रियों के लिए ज़रूरी है कि सत्र के दौरान सरकार के किसी भी फैसले की जानकारी पहले सदन को दी जाए। सिद्धारमैया ने साफ़ किया कि उनकी सरकार न तो किसी को बचाने की कोशिश कर रही है और ना ही किसी तथ्य को छुपाने की।
इस बीच राज्य के सीआईडी आईजीपी प्रणब मोहंती और एसपी श्रीदेवी साइबर सेल के विशेषज्ञों की मदद से कॉल रिकार्ड्स और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों के साथ माथा-पच्ची करते नज़र आए, क्योंकि सोमवार सुबह सीआईडी को प्राथमिक रिपोर्ट गृहमंत्री के जी जॉर्ज को सौंपनी है। ताकि विधानसभा की करवाई शरू होने से पहले मुख्यमंत्री रिपोर्ट से अच्छी तरह वाकिफ़ हो और वह सवालों के बौछार का सामना कर सके।
सीआईडी ने आईएइस अधिकारी रवि की पत्नी, ससुर और सभी करीबी रिश्तेदारों के अलावा उनकी उस महिला मित्र का भी बयान रिकॉर्ड कर लिया है, जिन्हें उन्होंने कथित रूप से आत्महत्या से पहले आखिर बार मैसेज भेजा था।
दूसरी ओर रवि के ससुर हनुमंत रैअप्पा ने कहा कि वह एक अखबार के ख़िलाफ़ मानहानि का दावा करेंगे। उनका कहना है कि इस अखबार ने डीके रवि की पत्नी पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं, जिन्हें पढ़कर उनकी तबियत इतनी खराब हो गई कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने आज हनुमंत रैअप्पा और डीके रवि की पत्नी से मुलाकात की। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी परमेश्वर जब तुमकुर ज़िले के दोड्डाकोपल्लू डीके रवि को श्रधांजलि देने पहुंचे तो उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
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