पुखरायां (कानपुर देहात):
इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से 20 वर्षीय रूबी गुप्ता पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है. जल्द ही दुल्हन बनने जा रही रूबी हादसे के बाद से अपने लापता पिता को खोज रही हैं.
रूबी के एक हाथ की हड्डी टूट गई है. उनकी शादी एक दिसंबर को होनी है और इसके लिए वह इंदौर से आजमगढ़ के मऊ जा रही थीं. भाई-बहनों में सबसे बड़ी रूबी के साथ उनकी बहनें 18 वर्षीय अर्चना तथा 16 वर्षीय खुशी, भाई अभिषेक तथा विशाल और पिता राम प्रसाद गुप्ता थे. उनके पिता हादसे के बाद से लापता हैं. इस परिवार के साथ उनके पारिवारिक दोस्त राम प्रमेश सिंह भी यात्रा कर रहे थे.
रूबी ने कहा, 'मैंने हर जगह देखा लेकिन मुझे मेरे पिता नहीं मिले. कुछ लोगों ने मुझे उन्हें अस्पताल और मुर्दाघर में खोजने को कहा है, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि अब मैं क्या करूं.' उन्होंने कहा, 'मैं नहीं जानती कि अब मेरी शादी निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक होगी या नहीं. अभी तो मैं पिता को ढूंढना चाहती हूं.'
रूबी अपने साथ शादी के कपड़े और गहने लेकर चली थीं, वह भी उन्हें नहीं मिल रहे. उन्होंने अभी तक शिकायत दर्ज नहीं करवाई है.
रेल के पटरी से उतरने के कारणों का अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है. खबर लिखे जाने तक इस हादसे में 97 लोगों की मौत हो चुकी है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रूबी के एक हाथ की हड्डी टूट गई है. उनकी शादी एक दिसंबर को होनी है और इसके लिए वह इंदौर से आजमगढ़ के मऊ जा रही थीं. भाई-बहनों में सबसे बड़ी रूबी के साथ उनकी बहनें 18 वर्षीय अर्चना तथा 16 वर्षीय खुशी, भाई अभिषेक तथा विशाल और पिता राम प्रसाद गुप्ता थे. उनके पिता हादसे के बाद से लापता हैं. इस परिवार के साथ उनके पारिवारिक दोस्त राम प्रमेश सिंह भी यात्रा कर रहे थे.
रूबी ने कहा, 'मैंने हर जगह देखा लेकिन मुझे मेरे पिता नहीं मिले. कुछ लोगों ने मुझे उन्हें अस्पताल और मुर्दाघर में खोजने को कहा है, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि अब मैं क्या करूं.' उन्होंने कहा, 'मैं नहीं जानती कि अब मेरी शादी निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक होगी या नहीं. अभी तो मैं पिता को ढूंढना चाहती हूं.'
रूबी अपने साथ शादी के कपड़े और गहने लेकर चली थीं, वह भी उन्हें नहीं मिल रहे. उन्होंने अभी तक शिकायत दर्ज नहीं करवाई है.
रेल के पटरी से उतरने के कारणों का अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है. खबर लिखे जाने तक इस हादसे में 97 लोगों की मौत हो चुकी है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं