के चंद्रशेखर राव (फाइल फोटो)
हैदराबाद:
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने वाली पार्टी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति(टीआरएस) के मुखिया के चंद्रशेखर राव ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्हें राज्यपाल ने शपथ दिलाई. तेलंगाना राज्य की स्थापना के बाद लगातार दूसरी बार के चंद्रशेखर राव मुख्यमंत्री बने हैं. केसीआर के नाम से जाने वाले के चंद्गशेखर राव ने छह महीने पहले ही विधानसभा भंग कर अन्य चार राज्यों के साथ चुनाव में भाग लेने का फैसला किया था, यह फैसला सही साबित हुआ. दरअसल, केसीआर का मानना था कि लोकसभा चुनाव के साथ राज्य विधानसभा का चुनाव होने पर राष्ट्रीय मुद्दे हावी होंगे, जिसका नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस नाते केसीआर ने समय से पहले चुनाव के लिए विधानसभा भंग करने का फैसला किया था.
तेलंगाान में बढ़ा टीआरएस का वोट प्रतिशत
तेलंगाना में सात दिसंबर को हुये चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल कर सत्ता में वापसी करने वाली तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के खाते में राज्य के कुल मतों का 46.9 प्रतिशत वोट आया. टीआरएस को मिला वोट प्रतिशत 2014 में अविभाजित आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र में मिले मतों से करीब 13 प्रतिशत अधिक है.के चंद्रशेखर राव की अगुवाई वाली टीआरएस ने राज्य में 88 सीटों पर जीत हासिल की है और इसने कांग्रेस-तेदेपा के नेतृत्व वाले ‘पीपुल्स फ्रंट' की चुनौती को ध्वस्त कर दिया है. इस गठबंधन में टीजेएस और भाकपा भी शामिल थी.
चुनाव आयोग की ओर से मुहैया कराये गये आंकड़ों के मुताबिक, टीआरएस को 2014 के चुनाव में 63 सीटें मिली थी और उसे करीब 34.3 प्रतिशत वोट मिला था. इस बार कांग्रेस को 28.4 प्रतिशत वोट मिला और उसने 19 सीटें हासिल की जो पिछले बार हासिल की गयी सीटों की संख्या से दो कम है. तेदेपा को केवल दो सीटें मिली जबकि 2014 में उसे कुल 15 सीटें मिली थी. गठबंधन के दो अन्य सहयोगी खाता खोलने में भी विफल रहे.भाजपा को सात प्रतिशत, तेदेपा को तीन प्रतिशत और असादुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली एआईएमआईएम को 2.7 प्रतिशत वोट मिला.राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार के मुताबिक, तेलंगाना में कुल 2.80 करोड़ मतदाताओं में से 73.2 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
तेलंगाान में बढ़ा टीआरएस का वोट प्रतिशत
तेलंगाना में सात दिसंबर को हुये चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल कर सत्ता में वापसी करने वाली तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के खाते में राज्य के कुल मतों का 46.9 प्रतिशत वोट आया. टीआरएस को मिला वोट प्रतिशत 2014 में अविभाजित आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र में मिले मतों से करीब 13 प्रतिशत अधिक है.के चंद्रशेखर राव की अगुवाई वाली टीआरएस ने राज्य में 88 सीटों पर जीत हासिल की है और इसने कांग्रेस-तेदेपा के नेतृत्व वाले ‘पीपुल्स फ्रंट' की चुनौती को ध्वस्त कर दिया है. इस गठबंधन में टीजेएस और भाकपा भी शामिल थी.
विधानसभा चुनाव परिणाम 2018 : तेलंगाना
चुनाव आयोग की ओर से मुहैया कराये गये आंकड़ों के मुताबिक, टीआरएस को 2014 के चुनाव में 63 सीटें मिली थी और उसे करीब 34.3 प्रतिशत वोट मिला था. इस बार कांग्रेस को 28.4 प्रतिशत वोट मिला और उसने 19 सीटें हासिल की जो पिछले बार हासिल की गयी सीटों की संख्या से दो कम है. तेदेपा को केवल दो सीटें मिली जबकि 2014 में उसे कुल 15 सीटें मिली थी. गठबंधन के दो अन्य सहयोगी खाता खोलने में भी विफल रहे.भाजपा को सात प्रतिशत, तेदेपा को तीन प्रतिशत और असादुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली एआईएमआईएम को 2.7 प्रतिशत वोट मिला.राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार के मुताबिक, तेलंगाना में कुल 2.80 करोड़ मतदाताओं में से 73.2 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं