नई दिल्ली:
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की दंडात्मक कार्रवाई को निष्प्रभावी करने की मांग करते हुए विश्वविद्यालय के छात्रों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी। नौ फरवरी की विवादास्पद घटना को लेकर जेएनयू ने कुछ छात्रों पर दंडात्मक कार्रवाई की है।
जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों के साथ बुधवार रात से भूख हड़ताल शुरू की और कहा कि उन लोगों ने मामले की जांच करने वाली उच्च स्तरीय जांच समिति के निष्कर्षों और सिफारिशों को खारिज कर दिया है।
कन्हैया, उमर और अनिर्बान भट्टाचार्य को फरवरी में संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी के विरोध में कैंपस में कार्यक्रम आयोजित करने पर देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस कार्यक्रम में कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी नारे लगे थे। सभी आरोपी अभी जमानत पर बाहर है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों के साथ बुधवार रात से भूख हड़ताल शुरू की और कहा कि उन लोगों ने मामले की जांच करने वाली उच्च स्तरीय जांच समिति के निष्कर्षों और सिफारिशों को खारिज कर दिया है।
कन्हैया, उमर और अनिर्बान भट्टाचार्य को फरवरी में संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी के विरोध में कैंपस में कार्यक्रम आयोजित करने पर देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस कार्यक्रम में कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी नारे लगे थे। सभी आरोपी अभी जमानत पर बाहर है।
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