जाट आरक्षण की मांग पर प्रदर्शन करते लोग (फाइल फोटो)
मथुरा:
‘जाट आरक्षण बचाओ’ महा आंदोलन के मुख्य समन्वयक धर्मवीर चौधरी ने चेतावनी दी है कि अगर केंद्र सरकार ने जाटों को पिछले साल मिला आरक्षण दोबारा बहाल नहीं किया तो दिल्ली की बिजली, पानी, दूध आदि सभी जरूरी चीजों पर रोक लगा दी जाएगी और संसद का घेराव कर सभी कार्यवाही ठप्प कर दी जाएगी।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि दस महीने पहले पूर्ववर्ती यूपीए सरकार द्वारा जाटों को केंद्रीय सेवाओं में दिए गए आरक्षण को वर्तमान सरकार ने साजिश के तहत खत्म कराया है। इसके लिए जाट समाज उसे कभी माफ नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, केंद्र सरकार तीन माह के भीतर इस आरक्षण को फिर से बहाल करे। ऐसा नहीं होने पर हम दिल्ली का दूध-पानी बंद करने से नहीं हिचकेंगे।
समिति के दिल्ली प्रभारी और पूर्व एसडीएम (पूर्व मुख्यमंत्री साहब सिंह वर्मा के पीए) सुभाष डबास ने कहा, 'जाटों को आरक्षण देने के बाद इस प्रकार वापस लेना किसी भी व्यक्ति के सामने विभिन्न व्यंजनों से भरी थाली हटा लेने तथा अपमान करने के समान है।'
उन्होंने कहा जो कौम वतन के लिए शीश कटाने में आगे रहती है। अनाज उगाने में आगे रहती है। वही आज सबसे ज्यादा निर्बल साबित हो रही है। अगर उसे भी न्याय न मिलेगा तो फिर वह आंदोलन करने को बाध्य होगी।
वहीं अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष भरतसिंह प्रधान ने बताया कि 19 अप्रैल को सौंख में सुबह 11 बजे महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है।
इस मौके पर सौंख महापंचायत के संयोजक व जिला सहकारी बैंक संचालक देवी सिंह कुंतल तथा उदयवीर सिंह चौधरी आदि भी मौजूद थे।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि दस महीने पहले पूर्ववर्ती यूपीए सरकार द्वारा जाटों को केंद्रीय सेवाओं में दिए गए आरक्षण को वर्तमान सरकार ने साजिश के तहत खत्म कराया है। इसके लिए जाट समाज उसे कभी माफ नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, केंद्र सरकार तीन माह के भीतर इस आरक्षण को फिर से बहाल करे। ऐसा नहीं होने पर हम दिल्ली का दूध-पानी बंद करने से नहीं हिचकेंगे।
समिति के दिल्ली प्रभारी और पूर्व एसडीएम (पूर्व मुख्यमंत्री साहब सिंह वर्मा के पीए) सुभाष डबास ने कहा, 'जाटों को आरक्षण देने के बाद इस प्रकार वापस लेना किसी भी व्यक्ति के सामने विभिन्न व्यंजनों से भरी थाली हटा लेने तथा अपमान करने के समान है।'
उन्होंने कहा जो कौम वतन के लिए शीश कटाने में आगे रहती है। अनाज उगाने में आगे रहती है। वही आज सबसे ज्यादा निर्बल साबित हो रही है। अगर उसे भी न्याय न मिलेगा तो फिर वह आंदोलन करने को बाध्य होगी।
वहीं अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष भरतसिंह प्रधान ने बताया कि 19 अप्रैल को सौंख में सुबह 11 बजे महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है।
इस मौके पर सौंख महापंचायत के संयोजक व जिला सहकारी बैंक संचालक देवी सिंह कुंतल तथा उदयवीर सिंह चौधरी आदि भी मौजूद थे।
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