प्रतीकात्मक फोटो
बेंगलूरू:
इसरो ने अपने प्रस्तावित शुक्र मिशन पर नये प्रयोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय से प्रस्ताव आमंत्रित किये हैं. यह मिशन 2023 में शुरू होना निर्धारित है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक बयान में कहा कि यह आमंत्रण विदेशी अंतरिक्ष संगठनों, शोध प्रयोगशालाओं और शैक्षणिक विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों के पास शुक्र पर अध्ययन करने का एक सुनहरा मौका प्रदान कर रहा है.
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आकार, द्रव्यमान, घनत्व, आयतन संरचना और गुरुत्वाकर्षण के कारण धरती के लिए शुक्र को अक्सर ‘जुड़वां बहन' के रूप में वर्णित किया जाता है. इसरो ने बताया कि उम्मीद की जाती है कि प्रस्तावक वर्तमान में ग्रहों की खोज अध्ययनों, अंतरिक्ष के लिए विज्ञान उपकरणों के विकास, अंतरिक्ष योग्य प्रयोगों को विकसित करने, परीक्षण और उपकरण जांच के लिए संबंधित सुविधाओं तक पहुंच में शामिल होंगे.
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