Exclusive: जहाज में किसी भारतीय को नहीं बनाया गया बंधक, क्रू टीम के मेंबर कहीं भी जाने को आजाद- ईरानी राजदूत

ईरानी राजदूत ने कहा कि ईरानी सेना के कब्जे में लिए गए इजरायली-लिंक्ड कंटेनर शिप पर सवार सभी 16 भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं. एक महिला गुरुवार को भारत लौटी हैं.

ईरान ने ओमान की खाड़ी से जब्त किए गए कंटेनर शिप में किसी भी भारतीय को बंधक बनाए जाने की रिपोर्टों को खारिज किया है. NDTV से खास बातचीत में भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने कहा कि ईरान में कब्जे में लिए गए इजरायली जहाज में किसी भी भारतीय को बंधक नहीं बनाया गया है. क्रू टीम के मेंबर कहीं भी आने-जाने को स्वतंत्र हैं. इसके लिए बस उन्हें अपने कमांडर से परमिशन लेनी होगी. 

ईरान में जब्त जहाज से एक महिला तो भारत लौट आईं, लेकिन बाकी 16 भारतीय अभी भी जहाज में हैं. उनको लेकर क्या स्थिति है? इसके जवाब में भारत में ईरान के राजदूत डॉ. इराज इलाही ने कहा, "सभी लोग जहाज के कैप्टन के कमांड में हैं. अगर वे जाना चाहते और अगर कप्तान इसकी मंजूरी देता है, तो वो ईरान के समुद्र से जाने के लिए आजाद हैं."

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16 भारतीय नागरिकों की रिहाई पर इराज इलाही ने कहा, "ईरान को कोई दिक्कत नहीं है. अगर वो जहाज छोड़ना चाहते हैं, तो बेशक छोड़ सकते हैं. इसमें कोई लीगल इश्यू नहीं है. ईरान की तरफ से कोई पाबंदी नहीं है. हमने उन्हें कॉन्सुलर एक्सेस भी दिया है"

केरल पहुंचीं ऐन टेस्सा जोसेफ
इससे पहले गुरुवार को जब्त किए गए जहाज से छोड़ी गई भारतीय महिला देश लौट आई हैं. ऐन टेस्सा जोसेफ केरल के कोचीन एयरपोर्ट उतरीं. उनका यहां रीजनल पासपोर्ट अधिकारी ने स्वागत किया. ईरानी राजदूत ने कहा कि ईरानी सेना के कब्जे में लिए गए इजरायली-लिंक्ड कंटेनर शिप पर सवार सभी 16 भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं.


ईरान में जब्त जहाज से बाकी भारतीयों की रिहाई के लिए बेशक भारत सरकार और ईरान की सरकार अच्छे को-ऑर्डिनेशन के साथ काम कर रही है. लेकिन इसमें एक पेंच फंसा है. ये जहाद ज़ॉडिएक मैरीटाइम का है. इसके कप्तान (कैप्टन) भी इसके स्टाफ हैं. अब कप्तान कमांड दे रहा है और सभी क्रू मेंबर उसके कमांड में हैं. ऐसे में कप्तान जब तक इजाजत न दे, तब तक क्रू मेंबर के कोई भी सदस्य चाहे वो भारतीय हो या कोई और नागरिक जहाज नहीं छोड़ सकते. ईरान के राजदूत ने बार-बार इसी स्थिति को साफ किया है.

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ईरानी राजदूत ने कहा है कि ईरान की तरफ से कोई पाबंदी नहीं है. ईरान की तरफ से इन भारतीयों को न तो हिरासत में लिया गया है और न ही बंधक बनाया गया है. किसी भी तरह की कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं हुई है. ईरानी राजदूत के मुताबिक, अभी जहाज जहां है, वहां भारतीयों समेत किसी भी क्रू मेंबर को खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं आ रही है.

ओमान की खाड़ी में होर्मुज के पास से जब्त हुआ था जहाज
इजरायल पर हमले से पहले ईरान ने भारत आ रहे पुर्तगाल के झंडे वाले एक जहाज को ओमान की खाड़ी में होर्मुज के पास से जब्त किया था. इसकी जानकारी 13 अप्रैल को दी गई थी. इस पर 25 क्रू मेंबर मौजूद थे. इनमें 17 भारतीय और दो पाकिस्तानी नागरिक थे. एक भारतीय महिला की वापसी हो गई है, जबकि 16 भारतीय अब भी शिप पर मौजूद हैं. ये शिप इजरायली अरबपति का था.

बाकी भारतीयों की जल्द से जल्द रिहाई के लिए विदेश मंत्रालय लगातार ईरानी अधिकारियों के संपर्क में है. 14 अप्रैल को विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया था कि इस मामले को लेकर उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री से बात की है. उन्होंने कहा था कि भारतीय अधिकारियों को जल्द क्रू में शामिल भारतीय नागरिकों से मिलने की इजाजत दी जाएगी.

पाकिस्तानी नागरिकों को रिहा कर चुका ईरान
इससे पहले ईरान ने 16 अप्रैल को शिप पर मौजूद पाकिस्तान के दोनों नागरिकों को रिहा कर दिया था. दोनों पाकिस्तानी नागरिकों में से एक शिप पर चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के तौर पर काम कर रहा था.

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