सांकेतिक तस्वीर
नई दिल्ली:
रेलवे ने गैर-उपनगरीय सेवाओं में लागू होने वाले न्यूनतम किराए को बढ़ाने का फैसला किया है। इससे अब न्यूनतम यात्री किराया पांच रुपये से बढ़कर 10 रुपये हो जाएगा। 20 नवंबर से प्रभावी होने वाला यह न्यूनतम किराया प्लेटफॉर्म टिकट के शुल्क के बराबर हो जाएगा।
रेल बजट के प्रस्ताव पर अमल करते हुए इस साल अप्रैल में प्लेटफॉर्म टिकट का शुल्क पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया था, ताकि प्लेटफॉर्मों पर भीड़ कम की जा सके।
बहरहाल, रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह मकसद पूरा नहीं हो सका, क्योंकि यात्री प्लेटफॉर्म टिकट की जगह पांच रुपये में मिलने वाले द्वितीय श्रेणी टिकट खरीदने लगे थे। लिहाजा, रेलवे ने अब न्यूनतम किराया पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये करने का फैसला किया है।
अधिकारी ने बताया, 'यह 20 नवंबर से प्रभावी होगा ताकि इसे प्लेटफॉर्म टिकट के शुल्क के बराबर बनाया जाए। इसका मकसद प्लेटफॉर्मों पर भीड़ कम करना है, ताकि यात्रियों को सुविधा हो सके।' उन्होंने बताया कि अभी यह किराया सिर्फ द्वितीय श्रेणी की गैर-उपनगरीय सेवाओं पर लागू होगा।
रेल बजट के प्रस्ताव पर अमल करते हुए इस साल अप्रैल में प्लेटफॉर्म टिकट का शुल्क पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया था, ताकि प्लेटफॉर्मों पर भीड़ कम की जा सके।
बहरहाल, रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह मकसद पूरा नहीं हो सका, क्योंकि यात्री प्लेटफॉर्म टिकट की जगह पांच रुपये में मिलने वाले द्वितीय श्रेणी टिकट खरीदने लगे थे। लिहाजा, रेलवे ने अब न्यूनतम किराया पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये करने का फैसला किया है।
अधिकारी ने बताया, 'यह 20 नवंबर से प्रभावी होगा ताकि इसे प्लेटफॉर्म टिकट के शुल्क के बराबर बनाया जाए। इसका मकसद प्लेटफॉर्मों पर भीड़ कम करना है, ताकि यात्रियों को सुविधा हो सके।' उन्होंने बताया कि अभी यह किराया सिर्फ द्वितीय श्रेणी की गैर-उपनगरीय सेवाओं पर लागू होगा।
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