वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल अरूप राहा ने कहा कि भारतीय वायुसेना पाकिस्तान के सीमा से लगे चल रहे आतंकी कैंपों को ध्वस्त कर पाने सक्षम है, लेकिन इसका अंतिम फैसला सरकार को लेना होगा। वायुसेना प्रमुख का ये कहना इसलिए भी और मायने रखता है, क्योंकि वह फिलहाल चीफ ऑफ स्टॉफ कमेटी के चेयरमेन हैं।
यह पूछे जाने पर कि जिस तरह सेना ने म्यांमार की सीमा में घुसकर नगा विद्रोहियों के शिविरों पर कार्रवाई की थी, क्या वायुसेना भी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ कार्रवाई करने में सक्षम है? तो उन्होंने कहा, 'आप हमारी क्षमता के बारे में जानना चाह रहे हैं, तो हां हम इसमें सक्षम हैं, लेकिन इसका निर्णय हम नहीं ले सकते। यह निर्णय तो सरकार को लेना है।'
अपनी सेना के स्पेशल ऑपरेशन के लिए पहले अमेरिका से सी-130 और सी-17 जैसे ट्रांसपोर्ट जहाज लिए गए और अब सरकार ने अपाचे अटैक और चिूनक जैसे हेवीलिफ्ट हेलीकॉप्टर खरीदने का फैसला किया है। वायुसेना के 83 साल पूरा होने के मौके पर वायुसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि भारतीय वायुसेना हर तरह की चुनौती और किसी भी हालात से निपटने में सक्षम है।
यह पूछे जाने पर कि जिस तरह सेना ने म्यांमार की सीमा में घुसकर नगा विद्रोहियों के शिविरों पर कार्रवाई की थी, क्या वायुसेना भी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ कार्रवाई करने में सक्षम है? तो उन्होंने कहा, 'आप हमारी क्षमता के बारे में जानना चाह रहे हैं, तो हां हम इसमें सक्षम हैं, लेकिन इसका निर्णय हम नहीं ले सकते। यह निर्णय तो सरकार को लेना है।'
अपनी सेना के स्पेशल ऑपरेशन के लिए पहले अमेरिका से सी-130 और सी-17 जैसे ट्रांसपोर्ट जहाज लिए गए और अब सरकार ने अपाचे अटैक और चिूनक जैसे हेवीलिफ्ट हेलीकॉप्टर खरीदने का फैसला किया है। वायुसेना के 83 साल पूरा होने के मौके पर वायुसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि भारतीय वायुसेना हर तरह की चुनौती और किसी भी हालात से निपटने में सक्षम है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
अरूप राहा, वायु सेना, पाकिस्तान, आंतकी कैंप, वायुसेना प्रमुख अरूप राहा, Aroop Raha, Air Force, Pakistan, Terrostist Camp