नई दिल्ली:
सिक्किम में इस वर्ष के शुरू में भारत और चीन के सैनिकों के बीच आमना-सामना हो गया जो कि बाद में दोनों के बीच बीयर और रसगुल्लों के मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान के साथ समाप्त हुआ।
सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच आमना-सामना पूर्वी सिक्किम में 16 हजार फुट की ऊंचाई पर तंगकार ला दर्रे के पास तब हुआ जब चीन का एक गश्ती दल भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गया।
सूत्रों ने बताया कि हल्के वाहनों में सफर कर रहे चीन के गश्ती दल को वहां भारतीय सेना के उस दल ने देखा जिसमें एक युवा लेफ्टिनेंट के अलावा नौ जवान थे।
भारतीय गश्ती दल ने चीन के गश्ती दल को तंगकार ला दर्रे पर रोका और उसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को बैनर दिखाए और एक-दूसरे को क्षेत्र छोड़कर अपने अपने इलाके में चले जाने को कहा।
सूत्रों ने बताया कि चीन के सैनिकों ने वापस लौटते समय भारतीय सैनिकों को बडवाइजर बीयर के कैन दिए जबकि हमारे सैनिकों ने उन्हें रसगुल्ले के पैक दिए।
हाल के कुछ समय में चीनी सैनिकों द्वारा दोनों देशों के बीच उत्तर में जम्मू-कश्मीर के लद्दाख से लेकर पूर्वोत्तर में अरुणाचल प्रदेश तक वास्तविक नियंत्रण रेखा से घुसपैठ बढ़ी है।
चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ पर रक्षामंत्री एके एंटनी ने हाल में कहा था कि ‘‘भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा सामान्य रूप से अंकित नहीं है। सीमा पर ऐसे क्षेत्र हैं जिनके बारे में भारत और चीन की अलग अलग धारणाएं हैं तथा दोनों पक्ष उस स्थान पर अपने अपने गश्ती दल भेजते हैं।’’
उन्होंने कहा था, ‘वास्तविक नियंत्रण रेखा की धारणा पर मतभेद के चलते जमीन पर कुछ अतिक्रमण की घटनाएं होती हैं। सरकार कोई भी अतिक्रमण होने पर उसे चीनी पक्ष के साथ नियमित रूप से स्थापित व्यवस्था के जरिये उठाती है।’
सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच आमना-सामना पूर्वी सिक्किम में 16 हजार फुट की ऊंचाई पर तंगकार ला दर्रे के पास तब हुआ जब चीन का एक गश्ती दल भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गया।
सूत्रों ने बताया कि हल्के वाहनों में सफर कर रहे चीन के गश्ती दल को वहां भारतीय सेना के उस दल ने देखा जिसमें एक युवा लेफ्टिनेंट के अलावा नौ जवान थे।
भारतीय गश्ती दल ने चीन के गश्ती दल को तंगकार ला दर्रे पर रोका और उसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को बैनर दिखाए और एक-दूसरे को क्षेत्र छोड़कर अपने अपने इलाके में चले जाने को कहा।
सूत्रों ने बताया कि चीन के सैनिकों ने वापस लौटते समय भारतीय सैनिकों को बडवाइजर बीयर के कैन दिए जबकि हमारे सैनिकों ने उन्हें रसगुल्ले के पैक दिए।
हाल के कुछ समय में चीनी सैनिकों द्वारा दोनों देशों के बीच उत्तर में जम्मू-कश्मीर के लद्दाख से लेकर पूर्वोत्तर में अरुणाचल प्रदेश तक वास्तविक नियंत्रण रेखा से घुसपैठ बढ़ी है।
चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ पर रक्षामंत्री एके एंटनी ने हाल में कहा था कि ‘‘भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा सामान्य रूप से अंकित नहीं है। सीमा पर ऐसे क्षेत्र हैं जिनके बारे में भारत और चीन की अलग अलग धारणाएं हैं तथा दोनों पक्ष उस स्थान पर अपने अपने गश्ती दल भेजते हैं।’’
उन्होंने कहा था, ‘वास्तविक नियंत्रण रेखा की धारणा पर मतभेद के चलते जमीन पर कुछ अतिक्रमण की घटनाएं होती हैं। सरकार कोई भी अतिक्रमण होने पर उसे चीनी पक्ष के साथ नियमित रूप से स्थापित व्यवस्था के जरिये उठाती है।’
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