नई दिल्ली : भारत और चीन ने सीमा पर शांति कायम रखने के लिए जरूरी कदम उठाने पर सहमति जताई है। दोनों देशों के बीच यह सहमति आठवें चरण की सीमा वार्ता के दौरान बनी है। दिल्ली में मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों देश मजबूत होते आपसी रिश्तों को बढ़ावा देने के मकसद से इस बिंदु पर सहमत हुए हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सीमा वार्ता के विशेष प्रतिनिधि अजीत डोभाल और उनके चीनी समकक्ष स्टेट काउंसिलर यांग जीची ने दोनों देशों के बीच 4,000 किलोमीटर लंबी सीमा के मुद्दे को सुलझाने के लिए सोमवार को बातचीत की। जीची रविवार रात नई दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों अधिकारियों और उनकी टीमों के बीच बैठक सौहार्द्रपूर्ण एवं स्पष्ट रही और रचनात्मक एवं उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। नरेंद्र मोदी के पिछले साल प्रधानमंत्री बनने के बाद चीन के साथ इस तरह की यह पहली द्विपक्षीय वार्ता हुई है।
बैठक में दोनों देशों के नेताओं ने इस मुद्दे पर पूर्व में हुई वार्ताओं की व्यापक समीक्षा की और वार्ता प्रक्रिया की प्रगति पर संतोष जताते हुए जल्द से जल्द सीमा के सवाल पर निष्पक्ष, तर्कसंगत एवं आपस में स्वीकार्य प्रस्ताव के लिए त्रिस्तरीय प्रक्रिया अपनाने पर प्रतिबद्धता जताई।
बैठक में दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर आपसी हितों के विचार साझा किए और आतंकवाद निरोध, समुद्री सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, संयुक्त राष्ट्र सुधार और असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग के लिए बातचीत बढ़ाने पर सहमत हुए।
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