
- भारत मौसम विभाग ने हिमाचल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
- हिमाचल प्रदेश में मानसून के बाद से अब तक लगभग 751 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
- झारखंड में 13 से 15 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना के कारण येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां सामान्य से अधिक बारिश दर्ज हुई है।
उत्तर भारत के कई राज्यों में मानसून कहर बनकर आया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 5 दिनों के लिए हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. आईएमडी के अनुसार, अगले 7 दिनों में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में गरज और बिजली के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में अब तक 23% बारिश दर्ज की गई है.
हिमाचल में आफत की बारिश

हिमाचल प्रदेश में 20 जून को मानसून आने के बाद से अब तक करीब 751 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. मंडी जिले में 30 जून और एक जुलाई की दरम्यानी रात बादल फटने की 10 घटनाओं, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण 15 लोगों की मौत हुई और 27 लोग बह गए जिनकी तलाश के लिए खोज अभियान अभी भी जारी है. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, राज्य में सामान्य से 26 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, तथा बाढ़ की 31 घटनाएं, बादल फटने की 22 और भूस्खलन की 17 घटनाएं हुई हैं. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण पंडोह बांध से आगे ढयोढ़ के पास भूस्खलन के कारण चंडीगढ़ मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है.
झांसी में 24 घंटे हो रही है बारिश
उत्तर प्रदेश में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. झांसी में 24 घंटे से अधिक समय से झमाझम बारिश हो रही है. जिससे नदियां उफान पर हैं और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. कई ग्रामीण इलाकों से सम्पर्क मार्ग टूटा गया है. जलस्तर बढ़ने के कारण फंसे छात्र-छात्राएं को रेस्क्यू कर निकाला गया है. बाढ़ जैसे हालातों को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और लोगों को नदी के किनारे न जाने की सलाह दी है.
इसी तरह मध्य प्रदेश के विदिशा में भारी बारिश के बाद बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ा गया है. लोगों को नदी के पास न जाने की सलाह प्रशासन ने दी है.
दिल्ली-एनसीआर में पूरे हफ्ते बारिश के आसार
दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में इस पूरे हफ्ते भी लगातार रुक-रुक कर होने वाली बारिश से लोगों का सामना होगा. इसके साथ-साथ कड़ी धूप भी निकलेगी, जिसके बाद उमस से लोगों को ज्यादा परेशानी होगी. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मौसम विभाग ने फिलहाल किसी भी प्रकार की चेतावनी या अलर्ट जारी नहीं किया है, लेकिन लगातार हो रही बारिश ने आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है.

बारिश की वजह से दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में जलभराव की गंभीर समस्या सामने आ रही है. प्रमुख सड़कों, अंडरपास और कॉलोनियों में पानी भर गया है, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है. 12 जुलाई से लेकर 17 जुलाई तक के मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, हर दिन गरज-चमक के साथ बारिश या तेज बौछारों की संभावना जताई गई है. अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे गर्मी और उमस काफी परेशान कर सकती है.
उत्तराखंड में कई जगह हाईवे बंद
उत्तराखंड में मानसून की भारी बारिश के चलते जगह-जगह हाईवे बंद होने से बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर असर पड़ा है. बद्रीनाथ धाम में प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दो हजार से नीचे आ गई है, जबकि हेमकुंड साहिब में यह आंकड़ा एक हजार के आसपास पहुंच गया है. इस कारण दोनों धामों में रौनक फीकी पड़ गई है.
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण रुद्रप्रयाग, चमोली और अन्य क्षेत्रों में कई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं, लेकिन मौसम की अनिश्चितता के कारण यात्रा की रफ्तार धीमी बनी हुई है. यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने लोगों से मौसम विभाग की चेतावनी पर ध्यान देने और यात्रा से पहले सड़क मार्गों की स्थिति की जानकारी लेने की अपील की है.
राजस्थान में मानसून की बारिश का दौर जारी

राजस्थान में मानसून की बारिश का दौर जारी है जहां बीते घंटों में अनेक स्थानों पर हल्की से भारी वर्षा दर्ज की गई. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक चौबीस घंटे के दौरान अनेक जगह बारिश हुई. सर्वाधिक बारिश सांभर (जयपुर) में 87 मिलीमीटर दर्ज की गई. मौसम केंद्र ने कहा कि पूर्वी राजस्थान के अधिकतर भागों में आगामी दो सप्ताह के दौरान मानसून सक्रिय रहने तथा औसत से अधिक बारिश होने की संभावना है. इसी तरह पश्चिमी राजस्थान के अधिकतर भागों में भी आगामी एक सप्ताह में मानसून सक्रिय रहने तथा सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है.
झारखंड के लिए ‘येलो अलर्ट' जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने झारखंड के कुछ हिस्सों में 13 से 15 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना के मद्देनजर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लातेहार, लोहरदगा, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम जिलों के कुछ हिस्सों के लिए 13 जुलाई को और पलामू, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, देवघर, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम जिलों में 14 जुलाई के लिए ‘येलो अलर्ट' जारी किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि झारखंड में एक जून से 12 जुलाई तक 504.8 मिमी बारिश दर्ज हुई जबकि सामान्य बारिश 307 मिमी होती है. यह 64 प्रतिशत अधिक है.
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