
- वायुसेना प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर में पाक के 4-5 F-16 और कई JF-17 लड़ाकू विमान मार गिराने का खुलासा किया
- पाकिस्तान के कई एयरफील्ड, रनवे और हैंगर इस अभियान में तबाह किए गए, कुल 10 से 12 एयरक्राफ्ट नष्ट हुए
- एयर चीफ ने S-400 मिसाइल सिस्टम की प्रभावशीलता को स्वीकार करते हुए कहा कि इसकी और जरूरत है
F-16 downed Air Chief on Operation Sindoor: भारत के वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि हमने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 4-5 F-16 लड़ाकू विमान मार गिराए. पाकिस्तान के चीन निर्मित जेएफ-17 फाइटर जेट भी गिराए. इस दौरान पाक के कई एयर फील्ड तबाह हुए. रनवे और हैंगर तबाह हुए. वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान के राफेल को लेकर किए दावों पर कहा कि अगर उनका कहना है कि 15 जेट हमारे गिराए हैं तो मैं कुछ नहीं बोलूंगा.आपने एक भी तस्वीर भी ऐसी देखी है. वह मनोहर कहानियां है, अपने पब्लिक को खुश रखने के लिए कहने दो.
F-16 और JF-17 फाइटर जेट मार गिराए
एयर चीफ ने कहा कि हमें पता है कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों को खैबर पख्तूनख्वा शिफ्ट किया जा रहा है. लेकिन हमारे पास वहां तक मार करने की क्षमता है, हम वहां भी ठोकेंगे. एयरचीफ ने कहा कि पाकिस्तान के 10-12 एयरक्राफ्ट नष्ट हुए हैं, इनमें 4 से 5 एफ-16 फाइटर जेट हैं. इनमें से कुछ फाइटर जेट हैंगर में थे, और कुछ फ्लाई कर रहे थे. इसके अलावा 1सी 130 ग्राउंड और एक अवाक्स भी नष्ट किया गया.
S 400 की और जरूरत
वायुसेना प्रमुख ने कहा, S 400 ने अच्छा काम किया है तो और चाहिए ही. सुखोई 30 अपग्रेड करने की की प्रकिया जारी है. इसमें रूस भी शामिल है.चीन अपनी तैयारी कर रहा है तो हम भी कर रहे हैं. नए एयर बेस भी बन रहे है. यह लगातार प्रकिया जारी है. जैश और लश्कर के आतंकी ठिकाने पाक के खैबर पख्तून इलाके बदलना तो लाजिमी है. अगर इंटेलिजेंस उपलब्ध है तो उसे वहां पर हम हिट कर सकते हैं.
LCA Mark 1 A का ऑर्डर दिया
एयर चीफ एपी सिंह ने कहा, अगली लड़ाई पुराने से काफी अलग होगी. हमें अभी तैयार रहना है और भविष्य के लिए भी तैयारी करनी है. अगर हमें सुपर पावर बनना है तो आत्मनिर्भरता बहुत जरूरी है. LCA Mark 1 A का ऑर्डर दिया जा चुका है. 2028 तक इसकी खेप मिल सकती है.
भविष्य की लड़ाई में सबको मिलकर काम करना होगा. ऑपेरशन सिंदूर से सबक लेकर सारे एजेंसी के बीच सामूहिक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा. ऑपेरशन सिंदूर ने भारत की एयर पावर की ताकत दिखाई है. वायुसेना की तरफ से वादा है कि जब भी जरूरत पड़ेगी तो हम ड्यूटी निभाएंगे. थिएटर कमांड को लेकर कोई मतभेद नही है, इस पर विचार हो रहा है. अपने अनुभव के आधार पर जॉइंट एक्शन करना है.हमें कैपेबिलिटी वाले एयरक्राफ्ट चाहिए. हमें एलसीए भी चाहिए. हम DRDO और HAL के साथ काम कर रहे हैं. जहां तकनीक के मामले में पीछे होंगे तो रणनीति बनाकर किसी के साथ मिलकर काम करना होगा.
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