चंडीगढ़:
हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा की पत्नी आशा हुड्डा ने बुधवार को कहा कि जब राज्य में लिंगानुपात और महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाओं समेत अनेक नकारात्मक चीजों की ओर इशारा किया जाता है तो उनका सिर शर्म से झुक जाता है।
बाल कल्याण परिषद, हरियाणा की उपाध्यक्ष आशा ने कहा कि जब लोग राज्य में अनेक क्षेत्रों में तेजी से हो रही प्रगति की बात करते हैं तभी प्रतिकूल लिंगानुपात और महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बातों से उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है।
कन्या भ्रूणहत्या और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार विषय पर एक सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री की पत्नी ने कहा, ‘‘मेरा सिर शर्म से झुक जाता है। जब प्रदेश की ओर इशारा किया जाता है तो मैं वाकई शर्मिंदगी महसूस करती हूं।’’ उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध किसी राज्य विशेष तक सीमित नहीं है बल्कि यह एक राष्ट्रव्यापी समस्या है और सामूहिक प्रयासों से ही इसका समाधान निकाला जा सकता है।
आशा ने कहा, ‘‘हम समाज में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को तब तक नहीं रोक सकते जब तक हम लोगों की सोच को नहीं बदल लेते और इसके लिए महिलाओं को ही आगे आना होगा।’’ हरियाणा में पिछले दो हफ्तों में बलात्कार की अनेक घटनाएं सामने आई हैं।
मुख्यमंत्री की पत्नी ने महिलाओं के विरुद्ध अपराधों पर लगाम कसने के लिए जनता और खासकर गैर सरकारी संगठनों की ओर से सहयोग की जरूरत बताई।
उन्होंने कहा, ‘‘केवल कानून बनाने से सामाजिक समस्याएं खत्म नहीं हो जाएंगी।’’ एक सवाल के जवाब में आशा ने कहा कि वह महिलाओं के खिलाफ अपराधों को अंजाम देने वालों को कड़ी सजा दिए जाने के विचार से सहमत हैं।
बाल कल्याण परिषद, हरियाणा की उपाध्यक्ष आशा ने कहा कि जब लोग राज्य में अनेक क्षेत्रों में तेजी से हो रही प्रगति की बात करते हैं तभी प्रतिकूल लिंगानुपात और महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बातों से उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है।
कन्या भ्रूणहत्या और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार विषय पर एक सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री की पत्नी ने कहा, ‘‘मेरा सिर शर्म से झुक जाता है। जब प्रदेश की ओर इशारा किया जाता है तो मैं वाकई शर्मिंदगी महसूस करती हूं।’’ उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध किसी राज्य विशेष तक सीमित नहीं है बल्कि यह एक राष्ट्रव्यापी समस्या है और सामूहिक प्रयासों से ही इसका समाधान निकाला जा सकता है।
आशा ने कहा, ‘‘हम समाज में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को तब तक नहीं रोक सकते जब तक हम लोगों की सोच को नहीं बदल लेते और इसके लिए महिलाओं को ही आगे आना होगा।’’ हरियाणा में पिछले दो हफ्तों में बलात्कार की अनेक घटनाएं सामने आई हैं।
मुख्यमंत्री की पत्नी ने महिलाओं के विरुद्ध अपराधों पर लगाम कसने के लिए जनता और खासकर गैर सरकारी संगठनों की ओर से सहयोग की जरूरत बताई।
उन्होंने कहा, ‘‘केवल कानून बनाने से सामाजिक समस्याएं खत्म नहीं हो जाएंगी।’’ एक सवाल के जवाब में आशा ने कहा कि वह महिलाओं के खिलाफ अपराधों को अंजाम देने वालों को कड़ी सजा दिए जाने के विचार से सहमत हैं।
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