
हरियाणा में कृषि कानूनों के मुद्दे पर संवाद के लिए बुलाई गई बीजेपी की बैठक में कार्यकर्ताओं ने भी जमीनी हकीकत बताने में गुरेज नहीं किया. लेकिन बैठक से बाहर एक आए वीडियो ने पार्टी की किरकिरी करा दी है.
वहीं एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें बीजेपी का एक कार्यकर्ता पार्टी पदाधिकारियों से पूछ रहा है, "कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान हमारी सुनने को तैयार नहीं हैं, वे कृषि कानूनों के समर्थन में किसी भी तर्क पर बात नहीं करना चाहते. उन्हें भ्रमित करना पड़ेगा." गुरुग्राम में हुई इस बैठक में बीजेपी की हरियाणा इकाई के प्रमुख ओपी धनखड़, खेल मंत्री संदीप सिंह और हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह भी उपस्थित थे. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर की है.
सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, "बीजेपी कार्यकर्ता पार्टी नेताओं और मंत्रियों से मिल रहे हैं और उनसे पूछ रहे हैं कि किसानों को कैसे बेवकूफ बनाया जाए. वे स्पष्ट तौर पर कह रहे हैं कि किसान उनके तर्कों को कतई मानने को राजी नहीं हैं. यही बीजेपी का असली चेहरा है, जो किसानों को नहीं दिखता है."
भाजपा नेता पार्टी अध्यक्ष से केंद्रीय मंत्री व सांसदों के साथ बैठक में किसानों को “बहकाने के मंत्र” माँग रहा है। साफ़ कह रहा है कि आपकी बात सही है कि किसान समझेंगे नहीं बहकाने ही पड़ेंगे।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 22, 2021
अन्नदाता व देश के प्रति भाजपा का असली चेहरा यही है।
चुल्लु भर पानी में डूब मरो।#Farmers pic.twitter.com/XXyHETRIBh
किसान नवंबर के अंत से कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. हजारों की तादाद में किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हैं. बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक के बाद हरियाणा, पश्चिमी यूपी के नेताओं को किसान नेताओं, खाप चौधरियों से मुलाकात कर उन्हें कृषि कानून के फायदे समझाने को कहा गया है. हालांकि किसान नेताओं से मिलने जा रहे बीजेपी के नेताओं को स्थानीय लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. किसान तीनों कृषि कानूनों की वापसी के साथ एमएसपी पर कानूनी गारंटी से कम कुछ भी मानने को तैयार नहीं हैं.
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