बिहार छोड़ आसनसोल से चुनाव लड़ने पर कैसा महसूस करते हैं शत्रुघ्न सिन्हा? BJP पर यह बोले

AsansolLokSabhaCandidate2024 : नीतीश कुमार को राजग में आने से उन्होंने क्यों नहीं रोका के सवाल पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मैं कौन हूं रोकने वाला और बताने वाला. हम लोग दोस्त हैं. जब भी मिलते बहुत अच्छे से मिलते हैं. एक-दूसरे के प्रति स्नेह है.

बिहार छोड़ आसनसोल से चुनाव लड़ने पर कैसा महसूस करते हैं शत्रुघ्न सिन्हा? BJP पर यह बोले

शत्रुघ्न सिन्हा ने एनडीटीवी से बात की.

नई दिल्ली:

Asansol constiuencie : लोकसभा चुनाव में कई बॉलीवुड सितारे अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. पश्चिम बंगाल के आसनसोल से लोकसभा चुनाव लड़ रहे बिहारी बाबू के नाम से प्रसिद्ध शत्रुघ्न सिन्हा ने एनडीटीवी से बात की.  शत्रुघ्न सिन्हा ने बिहार छूटने के सवाल पर कहा कि देखिए, पहली बात तो बिहार मेरी शक्ति है और बिहार मेरी कमजोरी भी है. संविधान के अनुसार आप कहीं से भी चुनाव लड़ सकते हैं. मैंने खुद कहा कि गिवन चांस चॉइस एंड प्रायोरिटी. मैं सेंटर में रहना ज्यादा पसंद करूंगा यानी सेंटर की राजनीति करना चाहूंगा. मैं बिहार, बंगाल, पंजाब से लेकर दुनिया जहान के किसी भी मामले में कंट्रीब्यूट कर पाऊंगा और साथ-साथ सेंटर की पॉलिसीज में भी हाथ डाल सकूंगा और लोगों के लिए कुछ कर पाऊंगा. 

नीतीश कुमार को राजग में आने से उन्होंने क्यों नहीं रोका के सवाल पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मैं कौन हूं रोकने वाला और बताने वाला. हम लोग दोस्त हैं. जब भी मिलते बहुत अच्छे से मिलते हैं. एक-दूसरे के प्रति स्नेह है. प्रेम है, जिस तरह से बिहार में उलट-पुलट हुई है, उससे मुझे लगता है कि लोगों की क्रेडिबिलिटी बहुत हिल गई है और उलट-पुलट का नतीजा यह है कि लाख प्रचार मंत्री या प्रधानमंत्री जिस तरह की बातें करें या हमारे भारतीय जनता पार्टी के मित्रगण कुछ भी कहें लेकिन इस बार बिहार में रिजल्ट उनकी उम्मीदों के विपरीत होगा. 

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भाजपा छोड़ने के सवाल पर  शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि यकीनन बहुत सालों तक मैं भारतीय जनता पार्टी में रहा हूं. 27-28 साल तो जरूर रहा हूं और मेरा तो लालन-पालन या पालन पोषण ही भारतीय जनता पार्टी में हुआ है लेकिन इत्तफाक से आज का दुर्भाग्य है कि इतने सालों रहने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी या आडवाणी के जमाने से लेकर अब तक जिस लोकशाही के साथ चल रहे थे, हम वह हमें अब बहुत हद तक तानाशाही के रूप में दिखाई पड़ने लगा है.