सरदार वल्लभ भाई पटेल अस्पताल को आयुष्मान भारत योजना से हटा दिया गया है. हटाए जाने के कारणों में बताया गया है कि अस्पताल के कर्मचारी अस्पताल में इलाज कराने आने वाले आयुष्मान कार्ड धारकों से पैसे मांगा करते थें. मुख्यमंत्री अमृत योजना के तहत बी पी एल कार्ड धारकों को भी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना था मगर इसमें भी ऊपरी कमाई का जुगाड़ खोज लिया गया. बताया जा रहा है कि इन्हीं कारणों से इन योजनाओं से सरदार वल्लभ भाई पटेल अस्पताल को हटा दिया गया है.
रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पोस्ट में वहां के प्रकाशित गुजराती अखबार संदेश के हवाले से इसकी जानकारी शेयर की है.
सरदार वल्लभ भाई पटेल अस्पताल का उद्घाटन इसी साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इस अस्पताल के निर्माण में तकरीबन 750 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. अहमदाबाद नगरपालिका का यह अस्पताल हाई प्रोफाइल सरकारी अस्पताल है. अभी 15 दिन पहले ही इस अस्पताल के चार ऑपरेशन थियेटर को बंद करना पड़ा था. बताया जा रहा है कि वहां बारिश का पानी भर गया था. एक सप्ताह तक वह ऑपरेशन थियेटर बंद रहा था.
क्या है आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत योजना का लक्ष्य खासकर निम्न और निम्न मध्यम वर्ग के परिवारों को महंगे मेडिकल बिल से निजात दिलाना है. इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों की पेशेवर श्रेणियों को रखा गया है. नवीनतम सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (एसईसीसी) के हिसाब से गांवों के ऐसे 8.03 करोड़ और शहरों के 2.33 परिवारों को शामिल किया गया है. सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रत्येक परिवार को सालाना पांच लाख रुपये की कवरेज दी जाएगी और वे सरकारी या निजी अस्पताल में कैशलेस इलाज करा सकेंगे. अनुमान के मुताबकि इस योजना के तहत अब देश के करीब 10 हजार अस्पतालों में ढाई लाख से ज्यादा बेड गरीबों के लिए रिजर्व हो जाएंगे.
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