अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मध्य दो हिंदू युगल कराची से गुजरात आए और शनिवार को उन्होंने शादी रचाई. राजकोट माहेश्वरी समाज ने राजकोट में ये शादियां करवाईं. दोनों ही जोड़े माहेश्वरी समाज के हैं. राजकोट माहेश्वरी समाज के युवा अध्यक्ष भवेश माहेश्वरी ने बताया कि इस संगठन ने पाकिस्तान के 90 से अधिक युगलों की शादी करवाने और भारत में बसने में मदद की जिनमें से ज्यादातर कराची के थे.
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भवेश माहेश्वरी ने बताया कि शनिवार को जिन युगलों ने शादी रचाई, उनकी योजना भारत में ठहरने की है. उन्होंने कहा कि हमारे समुदाय के लोग को उस देश में काफी परेशान किया गया. हिंदुओं को पाकिस्तान में रहना कठिन लगता है. वे पैसे तो कमाते हैं लेकिन उनकी जिंदगी हमेशा जोखिम में है. पाकिस्तान में उनकी शादियां बहुत सामान्य ढंग से होती हैं. हम यहां बड़े धूमधाम से शादियां कराते हैं जैसी होनी चाहिए.
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उन्होंने कहा कि करीब 3000 माहेश्वरी परिवार कराची में रहते हैं उनमें से ज्यादातर भारत के लिए दीर्घकालिक वीजा हासिल करते हैं और यहां रहने के लिए उसका नवीकरण कराते रहते हैं. कराची से आए दुल्हे अनिल माहेश्वरी ने कहा कि विभाजन के दौरान पाकिस्तान में रह गये उनके समुदाय के ढेर सारे लोग भारत में बसना चाहते हैं.
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