शहाबुृद्दीन का फाइल फोटो
सीवान:
सीवान की जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बदले की भावना से उनके पति के खिलाफ कार्रवाई करवा रहे हैं. शहाबुद्दीन हाल ही में पटना उच्च न्यायालय से जमानत पाकर 11 साल बाद रिहा हुए थे, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जमानत रद्द कर दिए जाने के बाद वह फिर सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं.
हिना ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, "राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का साथ देने के कारण नीतीश कुमार मेरे शौहर (पति) से बदला ले रहे हैं." उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार पहली बार सात दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने थे, तब उन्होंने (शहाबुद्दीन) राजद की मदद की थी. इस बात की खुन्नस आज भी नीतीश कुमार को है. इसी का बदला आज वह ले रहे हैं. यही कारण है कि पटना उच्च न्यायालय से मिली जमानत को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देकर बिहार सरकार ने रद्द करा दिया.
हिना ने कहा कि शहाबुद्दीन के जेल से बाहर आने पर नीतीश कुमार को लगा कि बिहार में भय का माहौल कायम हो गया है, लेकिन क्या उनके जेल जाने के बाद से बिहार में अमन, शांति और भाईचारे का माहौल कायम हो गया है? हिना ने कहा कि अन्याय के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी, उन्हें अपने समर्थकों पर पूरा भरोसा है और जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता, वह शांत बैठने वाली नहीं हैं.
उल्लेखनीय है कि जमानत रद्द होने के बाद शहाबुद्दीन ने जेल जाते वक्त भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनके समर्थक नीतीश कुमार को सबक सिखा देंगे.
शहाबुद्दीन को सात सितंबर को पटना उच्च न्यायालय से जमानत मिली थी, जिसके बाद 10 सितंबर को भागलपुर जेल से इस बाहुबली नेता को रिहा कर दिया गया था. जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद शहाबुद्दीन ने कहा था कि उनके नेता राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद हैं, नीतीश कुमार तो परिस्थितिजन्य मुख्यमंत्री हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हिना ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, "राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का साथ देने के कारण नीतीश कुमार मेरे शौहर (पति) से बदला ले रहे हैं." उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार पहली बार सात दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने थे, तब उन्होंने (शहाबुद्दीन) राजद की मदद की थी. इस बात की खुन्नस आज भी नीतीश कुमार को है. इसी का बदला आज वह ले रहे हैं. यही कारण है कि पटना उच्च न्यायालय से मिली जमानत को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देकर बिहार सरकार ने रद्द करा दिया.
हिना ने कहा कि शहाबुद्दीन के जेल से बाहर आने पर नीतीश कुमार को लगा कि बिहार में भय का माहौल कायम हो गया है, लेकिन क्या उनके जेल जाने के बाद से बिहार में अमन, शांति और भाईचारे का माहौल कायम हो गया है? हिना ने कहा कि अन्याय के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी, उन्हें अपने समर्थकों पर पूरा भरोसा है और जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता, वह शांत बैठने वाली नहीं हैं.
उल्लेखनीय है कि जमानत रद्द होने के बाद शहाबुद्दीन ने जेल जाते वक्त भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनके समर्थक नीतीश कुमार को सबक सिखा देंगे.
शहाबुद्दीन को सात सितंबर को पटना उच्च न्यायालय से जमानत मिली थी, जिसके बाद 10 सितंबर को भागलपुर जेल से इस बाहुबली नेता को रिहा कर दिया गया था. जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद शहाबुद्दीन ने कहा था कि उनके नेता राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद हैं, नीतीश कुमार तो परिस्थितिजन्य मुख्यमंत्री हैं.
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