नई दिल्ली:
राजस्थान के दौसा में हुई सड़क दुर्घटना के बाद घायलों की मदद किए बिना घटनास्थल से निकल जाने को लेकर बीजेपी सांसद हेमी मालिनी की खासी आलोचना हो रही है।
अभिनय की दुनिया से राजनीति में आई हेमा मालिनी की मर्सेडीज़ और एक ऑल्टो कार के बीच गुरुवार रात टक्कर हो गई। इस हादसे में दो साल की एक बच्ची की मौत हो गई थी, जबकि उसके छह साल के भाई के दोनों हाथ और दोनों पैर में फ्रैक्चर है और फिलहाल वह जयपुर के अस्पताल में आईसीयू में भर्ती है।
वहीं घटना के चश्मदीदों का कहना है कि इस हादसे में 66 साल की बीजेपी सांसद के माथे पर चोट आई थी और स्थानीय बीजेपी नेता उन्हें तुरंत ही निजी वाहन में जयपुर ले गए।
अब सोशल मीडिया पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि हेमा मालिनी ने वहां दूसरे घायलों की मदद या खैरियत जाने बिना ही वहां से क्यों चली गईं।
हेमा मालिनी को जहां स्थानीय बीजेपी नेता जयपुर स्थित फोर्टिस अस्पताल ले गए, जहां उनके चेहरे पर लगी चोट की वजह से उनकी प्लास्टिक सर्जरी की गई। वहीं हादसे में घायल हुए बच्चों को शुरुआत में दौसा के ही सरकारी अस्पताल ले जाया गया। परिवार के मुताबिक, वहां से उन्होंने एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की और मल्टिपल फ्रैक्चर के शिकार छह साल के बच्चे और उसकी मां को 60 किलोमीटर दूर जयपुर में सवाई माधव सिंह अस्पताल ले गए।
(इस हादसे में मारी गई दो साल की बच्ची चिन्नी की तस्वीर)
हादसे में मारी गई बच्ची के पिता हर्ष खंडेलवाल, जो उस वक्त ऑल्टो कार चला रहे थे, कहते हैं कि उन्हें कोई मुआवजा नहीं चाहिए। खंडेलवाल को भी पैरों और गर्दन की हड्डी में चोटें आईं हैं और जयपुर में उनका भी उपचार चल रहा है। (मेरी बेटी भी हेमा मालिनी के साथ अस्पताल पहुंचती तो बच जाती : मृत मासूम के पिता)
इन चोटों की वजह से मुश्किल से बात कर पा रहे खंडेलवाल कहते हैं, 'वह बस इतना चाहते हैं कि उनके परिवार की अच्छी तरह से उपचार किया जाए। इसके साथ ही वह बताते हैं कि उनकी पत्नी को अभी बच्ची की मौत का पता नहीं है।
मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा है कि इस सड़क दुर्घटना का उन्हें गहरा दुख है। हेमा मालिनी ने एक बयान जारी कर कहा कि दुर्घटना में मासूम बच्ची की मौत से वे बेहद व्यथित और दुखी हैं। मुझे अहसास है कि जिस परिवार ने हादसे में अपनी बेटी खोई है, उस पर क्या बीत रही होगी। (पढ़ें - हेमा मालिनी बोलीं, मासूम की मौत से व्यथित हूं)
इसके साथ ही उन्होंने उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे सभी शुभचिंतकों के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि लोगों की दुआओं से उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है और वे शीघ्र ही पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगी। (पढ़ें - हेमा मालिनी जितने खुशकिस्मत नहीं थे ये 10 नेता)
अभिनय की दुनिया से राजनीति में आई हेमा मालिनी की मर्सेडीज़ और एक ऑल्टो कार के बीच गुरुवार रात टक्कर हो गई। इस हादसे में दो साल की एक बच्ची की मौत हो गई थी, जबकि उसके छह साल के भाई के दोनों हाथ और दोनों पैर में फ्रैक्चर है और फिलहाल वह जयपुर के अस्पताल में आईसीयू में भर्ती है।
वहीं घटना के चश्मदीदों का कहना है कि इस हादसे में 66 साल की बीजेपी सांसद के माथे पर चोट आई थी और स्थानीय बीजेपी नेता उन्हें तुरंत ही निजी वाहन में जयपुर ले गए।
अब सोशल मीडिया पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि हेमा मालिनी ने वहां दूसरे घायलों की मदद या खैरियत जाने बिना ही वहां से क्यों चली गईं।
@richaanirudh mam, I was witness..she immediately pulled curtain and flew in 2 min.. No ambulance in 30 mins..We arranged for auto..arrogant
— Hitendra Gupta (@hitugupta_27) July 3, 2015
#Hema malini does not help those injured by her car, n v elected her to serve the nation !!
— Jayshree Khadilkar (@JKhadilkar) July 3, 2015
हालांकि कुछ लोग हेमा मालिनी का समर्थन भी करते दिखेhttp://t.co/yXoGhui831 could badly injured Hema Malini could help others in that condition?Herself needed immediate hospt
— arvind kumar sharma (@arvindaks1953) July 3, 2015
हेमा मालिनी को जहां स्थानीय बीजेपी नेता जयपुर स्थित फोर्टिस अस्पताल ले गए, जहां उनके चेहरे पर लगी चोट की वजह से उनकी प्लास्टिक सर्जरी की गई। वहीं हादसे में घायल हुए बच्चों को शुरुआत में दौसा के ही सरकारी अस्पताल ले जाया गया। परिवार के मुताबिक, वहां से उन्होंने एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की और मल्टिपल फ्रैक्चर के शिकार छह साल के बच्चे और उसकी मां को 60 किलोमीटर दूर जयपुर में सवाई माधव सिंह अस्पताल ले गए।
(इस हादसे में मारी गई दो साल की बच्ची चिन्नी की तस्वीर)
हादसे में मारी गई बच्ची के पिता हर्ष खंडेलवाल, जो उस वक्त ऑल्टो कार चला रहे थे, कहते हैं कि उन्हें कोई मुआवजा नहीं चाहिए। खंडेलवाल को भी पैरों और गर्दन की हड्डी में चोटें आईं हैं और जयपुर में उनका भी उपचार चल रहा है। (मेरी बेटी भी हेमा मालिनी के साथ अस्पताल पहुंचती तो बच जाती : मृत मासूम के पिता)
इन चोटों की वजह से मुश्किल से बात कर पा रहे खंडेलवाल कहते हैं, 'वह बस इतना चाहते हैं कि उनके परिवार की अच्छी तरह से उपचार किया जाए। इसके साथ ही वह बताते हैं कि उनकी पत्नी को अभी बच्ची की मौत का पता नहीं है।
मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा है कि इस सड़क दुर्घटना का उन्हें गहरा दुख है। हेमा मालिनी ने एक बयान जारी कर कहा कि दुर्घटना में मासूम बच्ची की मौत से वे बेहद व्यथित और दुखी हैं। मुझे अहसास है कि जिस परिवार ने हादसे में अपनी बेटी खोई है, उस पर क्या बीत रही होगी। (पढ़ें - हेमा मालिनी बोलीं, मासूम की मौत से व्यथित हूं)
इसके साथ ही उन्होंने उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे सभी शुभचिंतकों के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि लोगों की दुआओं से उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है और वे शीघ्र ही पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगी। (पढ़ें - हेमा मालिनी जितने खुशकिस्मत नहीं थे ये 10 नेता)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं