
- हरियाणा में IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का बयान आया है
- सीएम सैनी ने कहा कि दोषी कितने ही प्रभावशाली क्यों ना हों, बख्शा नहीं जाएगा. सरकार पूरी जांच कराएगी
- पूरन कुमार की डेडबॉडी को चंडीगढ़ PGI लाया गया है, लेकिन पोस्टमॉर्टम के लिए परिवार की सहमति का इंतजार है
हरियाणा में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया को हटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का बयान सामने आया है. सीएम सैनी ने कहा कि दोषी कितने ही प्रभावशाली क्यों ना हों, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. अगर किसी व्यक्ति को कोई तंग करेगा तो हम उसे बख्शेंगे नहीं.
सीएम बोले, परिवार के साथ अन्याय हुआ है तो...
पंचकूला में भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शनिवार को आईपीएस अधिकारी वाई पूरन सिंह के निधन पर शोक जताया गया और दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई. इस दौरान सीएम नायब सैनी ने कहा कि परिवार के साथ अन्याय हुआ है तो न्याय देने का काम हमारी सरकार करेगी. विपक्ष को ऐसे मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
IPS पूरन को सीएम सैनी ने दी श्रद्धांजलि#IPSPuranKumar pic.twitter.com/Yq6zqrirdJ
— NDTV India (@ndtvindia) October 11, 2025
सरकार गहराई से मामले की जांच कराएगी:CM
मुख्यमंत्री सैनी ने आईपीएस अधिकारी वाई पूरन सिंह के निधन को बड़ी दुखद दुर्घटना बताया और कहा कि जापान दौरे में जैसे ही हमें आईपीएस अधिकारी पूरन सिंह के निधन की सूचना मिली, हमने उनकी पत्नी का ढांढस बंधाया और अधिकारियों को उनके साथ घर भेजा. हमारी सरकार इस मामले की पूरी जांच कराएगी. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो कितना भी प्रभावशाली व्यक्ति क्यों ना हो.
चंडीगढ़ PGI में पोस्टमॉर्टम का इंतजार
इस बीच, पूरन कुमार की डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए चंडीगढ़ पीजीआई लाया गया है. लेकिन खबर लिखे जाने तक पुलिस को परिवार की तरफ से सहमति नहीं मिली. चंडीगढ़ की एसएसपी कुंवरदीप कौर ने मीडिया को बताया कि परिवार की सहमति मिलने के बाद ही पोस्टमॉर्टम शुरू किया जाएगा.
एसएसपी कौर ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के लिए डॉक्टरों की टीम पीजीआई में मौजूद है. लेकिन अभी हमें परिवार की तरफ से कोई संदेश नहीं मिला है. जब तक परिवार से सहमति नहीं मिलती, कुछ नहीं किया जा सकता. परिवार से सहमति मिलने के बाद ही पोस्टमॉर्टम किया जाएगा.
अमनीत के भाई का आरोप, बिना मर्जी ले गए डेडबॉडी
इस बीच, अधिकारी वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार के भाई अमित रतन ने आरोप लगाया है कि उनकी मर्जी के खिलाफ डेडबॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया है. अमित रतन भटिंडा ग्रामीण सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं.
रोहतक के SP हटाए गए, परिवार संतुष्ट नहीं
शनिवार को हरियाणा सरकार ने दलित आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया को उनके पद से हटा दिया. उनकी जगह सुरेंद्र सिंह भौरिया को पद की जिम्मेदारी दी गई है. वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत कुमार ने अपनी शिकायत में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया पर आरोप लगाया था कि दोनों उनके पति का मानसिक उत्पीड़न कर रहे थे, जिसकी वजह से उनके पति ने आत्महत्या की. अमनीत दोनों अधिकारियों पर एससी-एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग कर रही हैं.
अमनीत ने DGP को जिम्मेदार बताया
अमनीत ने आरोप लगाया कि मेरे पति मुझे बताते थे कि उनके साथ जाति के आधार पर भेदभाव होता था. उनके वरिष्ठ अधिकारी लगातार उनका मानसिक शोषण करते थे. उनका ये भी कहना था कि उनके खिलाफ कोई साजिश हो रही है और उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए वह डीजीपी को जिम्मेदार बताते थे.
याद दिला दें कि वाई पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में जिन 15 सेवारत और रिटायर्ड आईएएस व आईपीएस अधिकारियों का जिक्र किया था, उन सभी के खिलाफ गुरुवार को एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. चंडीगढ़ के आईजी पुष्पेंद्र कुमार की अगुआई में छह सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया गया है.
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