हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही हर बीतते दिन के साथ सूबे में राजनीतिक पारा और ऊपर चढ़ रहा है. इस बार के चुनाव में सीधा मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच बताया जा रहा है.दोनों ही पार्टियां ने इस बार कई नए उम्मीदवारों को भी मैदान में उतारा है. इस लिस्ट में कई खिलाड़ी भी शामिल हैं. कांग्रेस ने जुलाना विधानसभा सीट से विनेश फोगाट को मैदान में उतारा है. विनेश ने बौतर उम्मीदवार अपने नाम की घोषणा होने से पहले औपचारिक तौर पर कांग्रेस पार्टी शामिल हुई थीं.विनेश फोगाट का एक बयान इन दिनों खूब वायरल हो रहा है. अपने इस बयान में वह भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा पर राजनीति करने का आरोप लगाया है.
"हर जगह राजनीति हो रही है"
एक निजी यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में विनेश फोगाट ने कहा है कि जब मुझे पेरिस ओलंपिक से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था तो पीटी उषा मैम अस्पताल में मुझसे मिलने आई थीं. ना मुझसे बात की ना कुछ बोला. आपको तो पता ही है कि राजनीति में पर्दे के पीछे और आगे बहुत कुछ होता है. तो वहां पर भी राजनीति हुई है. इसलिए तो दिल टूटा ना, मुझे तो बहुत सारे लोग बोल रहे थे कि आप रेस्लिंग छोड़ना मत, लेकिन मेरा सवाल ये है कि आखिर हम ये किसके लिए करें. हर जगह पर आज राजनीति हो रही है. मैं अस्पताल में थी, उस बिस्तर पर लेटी थी जहां से आगे क्या होगा मुझे कुछ पता नहीं था. वो मेरी जिंदगी के सबसे बुरे दिनों में से एक था. आप (पीटी उषा) वहां आते हो बगैर बताए मेरे साथ फोटो क्लिक करते हो, फिर उसे सोशल मीडिया पर डालकर लिख रहे हो कि हम आपके साथ खड़ें है. ऐसे थोड़ी ना कोई साथ होता है. ये सिर्फ राजनीति थी और कुछ नहीं.
6 सितंबर को कांग्रेस में हुई थी शामिल
हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही राजनीतिक गहमागहमी के बीच छह सितंबर को पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) और विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) कांग्रेस में शामिल हो गए थे. कांग्रेस में शामिल होने से पहले बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने रेलवे की नौकरी से इस्तीफे भी दे दिया था. दोनों पहलवानों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की थी. खरगे ने उनका कांग्रेस पार्टी में स्वागत करते हुए कहा था कि चक दे इंडिया, चक दे हरियाणा!
कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश फोगाट ने कहा था कि बुरे टाइम में पता लगता है कि अपना कौन है. जब हम रोड पर घसीटे जा रहे थे, तब बीजेपी को छोड़कर बाकी पार्टियां हमारा समर्थन कर रही थीं. जो तकलीफ महिलाओं के लिए हमने झेली है, वह किसी को होने नहीं देंगे.मैं जंतर मंतर पर कुश्ती छोड़ सकती थी, बीजेपी आईटी सेल में यह बात फैलाई कि हम चुके हुए कारतूस हैं. उन्होंने आगे कहा था कि बीजेपी की आईटी सेल ने कहा कि मैं नेशनल खेलना नहीं चाहती, मैंने नेशनल खेला. ट्रायल नहीं खेलना चाहती, मैंने ट्रायल भी खेला. उन्होंने कहा कि हम ओलंपिक नहीं जाना चाहते, मैं वहां भी गई. पूरी मेहनत की, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था.
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