चेन्नई:
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने अपने ‘अच्छे मित्र’ और गुजरात में अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी को वर्ष 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर सोमवार को बधाई दी लेकिन इस घटनाक्रम पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से यह करते हुए इनकार कर दिया कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है।
मोदी को वर्ष 2014 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए कल गोवा में हुए अधिवेशन में भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर जयललिता से जब प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा कि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है और उनके लिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।
जयललिता ने कहा ‘राजनीतिक रूप से मैं नहीं सोचती कि दूसरी पार्टी में जो कुछ हुआ, उस पर टिप्पणी करना मेरे लिए उचित होगा। लेकिन निजी तौर पर मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं और एक योग्य प्रशासक के तौर पर उन्हें मैं बहुत सम्मान देती हूं। चाहे वह गुजरात में चुनाव जीतें या पार्टी में उंचा स्थान प्राप्त करें, मेरी शुभकामनाएं हमेशा उनके साथ हैं। उनके लिए मैं बहुत खुश हूं।’ वर्ष 2013-14 के लिए राज्य की सालाना योजना के बारे में योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया से मिल कर चर्चा करने के लिए वह नयी दिल्ली जा रही हैं।
मोदी उन गिनेचुने नेताओं में से एक हैं जो वर्ष 2011 में जयललिता के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए हुए समारोह में शामिल हुए थे। जब पिछले साल मोदी ने तीसरी बार गुजरात विधानसभा चुनाव जीता तो अन्नाद्रमुक प्रमुख भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई थीं।
मोदी को वर्ष 2014 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए कल गोवा में हुए अधिवेशन में भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर जयललिता से जब प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा कि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है और उनके लिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।
जयललिता ने कहा ‘राजनीतिक रूप से मैं नहीं सोचती कि दूसरी पार्टी में जो कुछ हुआ, उस पर टिप्पणी करना मेरे लिए उचित होगा। लेकिन निजी तौर पर मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं और एक योग्य प्रशासक के तौर पर उन्हें मैं बहुत सम्मान देती हूं। चाहे वह गुजरात में चुनाव जीतें या पार्टी में उंचा स्थान प्राप्त करें, मेरी शुभकामनाएं हमेशा उनके साथ हैं। उनके लिए मैं बहुत खुश हूं।’ वर्ष 2013-14 के लिए राज्य की सालाना योजना के बारे में योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया से मिल कर चर्चा करने के लिए वह नयी दिल्ली जा रही हैं।
मोदी उन गिनेचुने नेताओं में से एक हैं जो वर्ष 2011 में जयललिता के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए हुए समारोह में शामिल हुए थे। जब पिछले साल मोदी ने तीसरी बार गुजरात विधानसभा चुनाव जीता तो अन्नाद्रमुक प्रमुख भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई थीं।
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