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This Article is From Dec 09, 2021

हेलिकॉप्टर क्रैश में इकलौते बचे ग्रुप कैप्टन वरुण लाइफ सपोर्ट पर, हर कोई कर रहा है उनकी सलामती की दुआ

गंभीर हालत में ज़िंदगी की जंग लड़ रहे सिंह की सलामती की दुआ देश के साथ साथ उनके परिजन भी कर रहे हैं. वरुण का इलाज चेन्नई के विलिंगटन में हो रहा है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है.

गांव में वरुण के घर गांववालों की भीड़ जुटी है. सब उनकी सलामती की दुआएं कर रहे हैं. 

लखनऊ:

तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को हुए एमआई-17 हेलिकॉप्टर क्रैश में (MI-17 Helicopter Crash) में 14 लोगों में इकलौते बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का फिलहाल सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है और वे लाइफ सपोर्ट पर हैं. गंभीर हालत में ज़िंदगी की जंग लड़ रहे सिंह की सलामती की दुआ देश के साथ साथ उनके परिजन भी कर रहे हैं. वरुण का इलाज चेन्नई के वेलिंगटन में हो रहा है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है.

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कैप्टन वरुण सिंह यूपी के देवरिया जिले के खोरमा कन्हौली गांव के हैं. गांव में वरुण सिंह के चाचा, अखिलेश प्रताप सिंह ने NDTV से हुई बातचीत में बताया - 'रात में उनके कुछ अहम ऑपरेशन हुए हैं और अब वो आईसीयू में शिफ्ट किए गए हैं. डॉक्टर बता रहे हैं की अगले 48 घंटे उनकी ज़िंदगी के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं. वो अभी भी आईसीयू में हैं." अखिलेश ने बताया कि हादसे के बाद से ही लगातार उनका फोन बज रहा है. वरुण के दोस्त, रिश्तेदार, जानने वाले, हर कोई वरुण की सेहत की खबर जाना चाहता है और उनके लिए दुआ कर रहे हैं. बेहद दुखी दिख रहे अखिलेश बीच-बीच में अपने लैपटॉप पर आने वाली ख़बरें देखते रहते हैं, कि शायद उनकी बेहतरी की कोई खबर आ जाए.

पिछले साल लखनऊ में हुए डिफेंस एक्सपो में वरुण तेजस उड़ा कर लाये थे जबकि अक्टूबर में तेजस की एरियल इमरजेंसी की हालत में बहादुरी और अकलमंदी से लैंडिंग कर उनके सलामत लौटने पर 15 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnaath Kovind) ने उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा था. वरुण के ताऊ, दिनेश प्रताप सिंह ने बताया - 'पिछले साल वरुण ने 15 अगस्त को एक नये विमान तेजस को उड़ाया था और तकनीकी खराबी के बावजूद उन्होंने उसे बिना किसी नुकसान के सकुशल उतरा था. जिसके बाद उनको उच्च क्षमता के प्रदर्शन के लिये शौर्य चक्र से नवाजा गया था."

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अभी भी गांव में वरुण के घर गांव वालों की भीड़ जुटी है. हर कोई एयरफोर्स से मिलने वाली खबर के इंतजार में है. गांव के लोग अष्टक मंदिर में उनके लिये प्रार्थना भी कर आये हैं. गाव के पुजारी प्रमोद तिवारी, से बातचीत किये जाने पर उन्होंने कहा - 'हम लोग भगवान हनुमान जी से उनकी जिंदगी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं कि वरुण सिंह  को जल्द से जल्द आराम हो जाए और वो हम लोग के बीच वापस आ जाये.'

बता दें, वरुण के पिता खुद सेना में कर्नल रहे हैं, जो अब भोपाल में रहते हैं. उनके चाचा इसी गांव में रहते हैं... सब उनकी सलामती की दुआएं कर रहे हैं.

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