ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख थाना क्षेत्र की चिपियाना चौकी में पुलिस कस्टडी में हुई योगेश नाम के युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में पुलिस ने बयान जारी किया है. पुलिस ने बताया है कि एक महिला सहकर्मी द्वारा बलात्कार किए जाने के आरोप का प्रार्थना पत्र दिया गया था. जिसके जांच के क्रम में मृतक योगेश को चौकी पर पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
पुलिस के मुताबिक योगेश ने गुरुवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया और परिजनों को सूचना दी गई. परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. विवेचना में फील्ड यूनिट की मदद से वैज्ञानिक साक्ष्यों का संकलन किया जा रहा है.
पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर द्वारा घटना को गंभीरता से लेते हुए चौकी पर उपस्थित समस्त पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. संपूर्ण घटना की विस्तृत जांच के लिए एडिशनल डीसीपी नोएडा को निर्देशित किया गया है.
पुलिस के मुताबिक घटना में जिसकी भी लापरवाही पाई जाएगी, उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी. मृतक के पंचनामा की कार्रवाई मजिस्ट्रेट से कराई जा रही है तथा पोस्टमार्टम डॉक्टर के पैनल से तथा वीडियोग्राफी कराकर कराई जाएगी.
घटना के बाद मृतक के भाई ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि मेरे भाई को पुलिस रात में चौकी उठाकर लाई थी. 5 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी. मैंने 50 हजार दे दिए, 1 हजार रुपए शराब के लिए मांगे गए थे. मैंने वो भी दे दिए. रात 10.30 बजे मैं चौकी के बाहर ही था. मैंने कहा कि 4.50 लाख रुपए सुबह दे दूंगा. पुलिस ने कहा था कि सुबह तुम्हारे भाई को छोड़ देगे. अब मेरे भाई को पुलिस ने फांसी लगाकर मार दिया.
बता दें कि बिसरख थाना इलाके में पड़ने वाली चिपयाना चौकी में बुधवार की रात युवक को लेकर पुलिस कर्मी आए थे. युवक पर उसकी एक सहकर्मी ने बलात्कार का आरोप लगाया था. जिसकी पूछताछ के लिए उसे चौकी लाया गया था. परिजनों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही और मारपीट के चलते युवक की जान गई है.
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