विधानसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में 'नीग्रो’ शब्द के इस्तेमाल को लेकर गुरुवार को माफी मांगने के बाद गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने आरोप लगाया कि इस मुद्दे की कवरेज के पीछे वरिष्ठ पत्रकार तरुण तेजपाल का हाथ हो सकता है।
तेजपाल गोवा में यौन उत्पीड़न के एक मामले का सामना कर रहे हैं। पार्रिकर ने विधानसभा में सवालों के जवाब देते हुए कहा, 'मैं यह देखकर सदमे में हूं कि एक राष्ट्रीय स्तर का टीवी चैनल इस हद तक गिर सकता है जिसने नीग्रो शब्द के इस्तेमाल संबंधी न्यूज रिपोर्ट को प्रमुखता से दिखाया है। तेजपाल के मामले के बाद गोवा लोकप्रिय हो गया है। मुझे नहीं पता कि इस प्रकार की कवरेज में उनका हाथ है या नहीं। इस में भी उनकी संलिप्तता हो सकती है।'
पार्रिकर ने कहा, 'मुझे बताया गया कि कुछ राष्ट्रीय चैनल नीग्रो शब्द से संबंधित गलती के बारे में रिपोर्ट प्रसारित कर रहे हैं। ये क्या पागलपन है? दस हजार पन्ने हैं। मैं हर शब्द को नहीं जांच सकता। यह एक क्लर्क की गलती थी। साथ ही शब्द का इस्तेमाल किसी अज्ञात व्यक्ति के संबंध में था।'
यह शब्द गोवा में गिरफ्तार किए गए विदेशियों के मुद्दे पर सरकार के लिखित जवाब में आया था।
उन्होंने कहा, 'मुझे दया आती है, मुझे चिंता है कि क्या ये न्यूज चैनल अपना अस्तित्व बनाकर रख पाएंगे। मैं पत्रकारों के खिलाफ नहीं बोल रहा हूं।'
पार्रिकर ने मीडिया पर 'श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुत्तालिक को गोवा में आमंत्रित करने का भी आरोप लगाया।' उन्होंने कहा, 'मुत्तालिक मीडिया की उपज है। आप उसे अनदेखा करें और उसके बारे में कोई सोचेगा ही नहीं। आप उसे गोवा लाने की कोशिश कर रहे हैं। कृपया मुत्तालिक मुद्दे को भूल जाएं।'
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