'वन फ़्यूचर' पर चर्चा, कई देशों से द्विपक्षीय वार्ता... सम्मेलन के दूसरे दिन ये होगा खास
नई दिल्ली:
पीएम मोदी ने कहा कि संपूर्ण विश्व में आशा और शांति का प्रसार हो. "सबका कल्याण हो" इस कामना के साथ पीएम मोदी ने G20 सम्मेलन का समापन किया.
- पीएम मोदी ने G20 शिखर सम्मेलन के समापन के दौरान कहा कि वैश्विक सुझाव पर अमल करने की जरूरत है. नवंबर अंत तक G20 का वर्चुअल सेशन हो.उन्होंने कहा कि संपूर्ण विश्व में आशा और शांति का प्रसार हो. "सबका कल्याण हो" इस कामना के साथ पीएम मोदी ने G20 सम्मेलन का समापन किया.
- नई दिल्ली में हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन सुबह आज नेता और शिष्टमंडल प्रमुख राजघाट पहुंचे.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के प्रधानमंत्री ली कियांग, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अन्य राष्ट्राध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि और पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी का स्वागत किया.
- जी20 समूह के सदस्य आज शिखर सम्मेलन के तीसरे सत्र 'वन फ़्यूचर' के दौरान चर्चा की. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो ने जी 20 शिखर सम्मेलन के तीसरे सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पौधा सौंपा. भारत में G20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्ली से वियतनाम के लिए रवाना हो गए.
- G20 समिट के आखिरी दिन पीएम मोदी की कनाडा, तुर्किए, यूएई और दक्षिण कोरिया से द्विपक्षीय वार्ता होगी. जबकि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सोमवार यानी 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
- ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक आज दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में दर्शन करने पहुंचे. यहां उनका सनातनी लुक देखने को मिला. इसे लेकर मंदिर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की गई. ऋषि सुनक ने भारत आने से पहले ही दिल्ली में किसी मंदिर में जाने की इच्छा जाहिर की थी.
- शनिवार की शाम G20 समिट के लिए भारत आए विदेशी मेहमानों के सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 'भारत मंडपम' में डिनर होस्ट किया. डिनर में राष्ट्राध्यक्षों, डेलीगेट्स, भारत के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय और राज्य मंत्रियों समेत कुल 170 लोगों को आमंत्रित किया गया. मेन्यू को भारत की परंपरा, रीति-रिवाज और विविधता को ध्यान में रखकर तैयार किया गया, जिनका सभी ने लुत्फ उठाया.
- जी20 शिखर सम्मेलन के पहले साझा घोषणा पत्र पर सहमति बन गई. शनिवार को दूसरे सेशन की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने बतौर अध्यक्ष सभी सदस्य देशों की सहमति से नई दिल्ली डिक्लेरेशन पारित कर दिया. ई दिल्ली घोषणापत्र में यूक्रेन युद्ध का 4 बार जिक्र हुआ. लेकिन रूस का एक बार भी नाम नहीं लिया गया. इसे नई दिल्ली डिक्लेरेशन कहा गया है कि सभी देश सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल पर काम करेंगे. भारत की पहल पर वन फ्यूचर अलायंस बनाया जाएगा. एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य पर जोर दिया जाएगा. ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर जोर दिए जाने को लेकर सहमति बनी.
- जी20 समिट अब G21 हो गया है. सम्मेलन के उद्घाटन सत्र 'वन अर्थ' के दौरान अफ्रीकी यूनियन को स्थायी सदस्यता दी गई. इसके साथ ही पीएम मोदी ने पिछले साल इंडोनेशिया के बाली में हुए G20 समिट में किया गया अपना वादा भी पूरा किया. पीएम मोदी की इस पहल से अफ्रीकी यूनियन के 55 देशों को फायदा होगा.
- भारत में हो रहे जी20 सम्मेलन में भारत-यूरोप-मिडिल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर पर बेहद अहम समझौता हुआ, जिसे मील का पत्थर माना जा रहा है. इस डील को 10 साल में पूरा करने का लक्ष्य है. इसे चीन के दो प्रोजेक्ट्स का जवाब माना जा रहा है. ये हैं- बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) और चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर.
- जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान 'वैश्विक बुनियादी ढांचे और निवेश के लिए साझेदारी' तथा 'भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे' की घोषणा से संबंधित कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि आज हम सभी एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक साझेदारी पर पहुंच गए हैं. आने वाले समय में यह भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप के आर्थिक एकीकरण का प्रभावी माध्यम बनेगा. यह पूरी दुनिया की कनेक्टिविटी और सतत विकास को एक नई दिशा देगा.