उत्तराखंड (Uttarakhand) में चारधाम यात्रा मार्गों (Char Dham Yatra Routes) तथा अन्य पर्यटन स्थलों से जुड़ी सड़कों के निकट जंगल की आग (Forest Fire) की घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा पहली बार 20-20 किलोमीटर के अंतराल पर 40 से अधिक मोबाइल क्रू स्टेशनों की स्थापना की गयी है. प्रदेश के अपर प्रमुख वन संरक्षक-वनाग्नि निशांत वर्मा ने बताया कि प्रत्येक मोबाइल क्रू स्टेशन का प्रभाग वन आरक्षी या वन दरोगा स्तर के कर्मचारी पर है जिसमें चार फायर वाचर एवं एक वाहन चालक भी शामिल होंगे.
उन्होंने बताया कि चारधाम मार्ग पर जंगल की आग पर नियंत्रण के लिए 20—20 किलोमीटर के अंतराल पर कुल 41 क्रू स्टेशन स्थापित किए गए हैं.
वर्मा ने कहा कि यात्रियों से भी अपील की गयी है कि वे जंगल की आग की सूचना यात्रा मार्ग पर लगाए गए पोस्टरों और बैनरों पर लिखे नंबरों पर दें .
1437 हेक्टेयर जंगल आग की भेंट चढ़ा
उत्तराखंड में पिछले साल नवंबर से अब तक 1437 हेक्टेयर जंगल आग की भेंट चढ़ चुका है. हालांकि, राज्य में हाल में हुई बारिश से वनाग्नि से निपटने में बहुत सहायता मिली है. वन विभाग द्वारा जारी वनाग्नि बुलेटिन के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से जंगलों में आग लगने की नई घटनाएं सामने नहीं आ रही हैं.
प्रदेश में चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हुई है जो अक्टूबर-नवंबर तक चलेगी.
ये भी पढ़ें :
* बारिश या क्लाउड सीडिंग के भरोसे नहीं रह सकते... : जंगलों में आग पर उत्तराखंड सरकार को SC की फटकार
* उत्तराखंड में धधक रहे थे जंगल, तड़प रहे थे पशु परिंदे, मां बनकर बरस गई बारिश
* उत्तराखंड के जंगलों में लगी भीषण आग, अब तक 4 की मौत, 350 से अधिक मामले दर्ज
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं