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This Article is From Jul 20, 2020

सालों से एक परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत्म करने की कोशिश में जुटा है : जेपी नड्डा

बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट करके कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके परिवार पर निशाना साधा. राहुल गांधी को विफल नेता करार देते हुए उन्‍होंने कहा कि यह डोकलाम हो या वर्तमान (घटनाक्रम), राहुल गांधी जी भारत के सशस्त्र बलों पर विश्वास करने के बजाय चीनियों से ब्रीफिंग करना पसंद करते हैं.

सालों से एक परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत्म करने की कोशिश में जुटा है : जेपी नड्डा
बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने लगातार ट्वीट करके गांधी परिवार पर निशाना साधा है
नई दिल्ली:

देश से जुड़े विभिन्‍न मुद्दों पर कांग्रेस और सत्‍ताधारी बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्‍यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस की ओर से इसके पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी सहित विभिन्‍न नेताओं ने भारत-चीन सीमा विवाद और कोरोना मामले में बीजेपी या यूं कहें पीएम मोदी के नेतृत्‍व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा है, जिसका बीजेपी की ओर से जवाब दिया गया है. बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट करके कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके परिवार पर निशाना साधा. राहुल गांधी को विफल नेता करार देते हुए उन्‍होंने कहा कि यह डोकलाम हो या वर्तमान (घटनाक्रम), राहुल गांधी जी भारत के सशस्त्र बलों पर विश्वास करने के बजाय चीनियों से ब्रीफिंग करना पसंद करते हैं. बीजेपी प्रमुख ने अपने ट्वीट में लिखा-कई वर्षों से एक राजवंश पीएम नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है.उनके लिए दुख की बात है कि पीएम मोदी का 130 करोड़ भारतीयों से जुड़ाव गहरा है वह उनके लिए जीते हैं और काम करते हैं. जो लोग उन्‍हें नष्ट करना चाहते हैं, वे केवल अपनी ही पार्टी को नष्ट कर लेंगे.

एक अन्‍य ट्वीट में बीजेपी अध्‍यक्ष ने लिखा, 'हमने आज 'प्रोजक्‍ट RG (राहुल गांधी) रीलांच' का एक और (विफल) संस्करण देखा. राहुल जी हमेशा की तरह, तथ्यों पर कमजोर थे. रक्षा और विदेश नीति के मामलों का राजनीतिकरण करने का प्रयास 1962 के अपने पिछले पापों को धोने और भारत को कमजोर करने के लिए एक राजवंश की हताशा को दर्शाता है.

नड्डा ने लिखा, '1950 के दशक से, चीन ने एक ऐसे राजवंश में रणनीतिक निवेश किया है जिसने उन्हें समृद्ध लाभांश दिया है. 1962 को याद करें, एक UNSC (संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद) सीट को छोड़ दें, तो यूपीए के वर्षों में चीन को बहुत सारी जमीनें खोनी पड़ीं. उन्‍होंने लिखा-डोकलाम हो या वर्तमान (घटनाक्रम),राहुल गांधी जी भारत के सशस्त्र बलों पर विश्वास करने के बजाय चीनियों से ब्रीफिंग करना पसंद करते हैं. आखिरएक राजवंश एक कमजोर भारत और एक मजबूत चीन क्यों चाहता है?

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