देश से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस और सत्ताधारी बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस की ओर से इसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित विभिन्न नेताओं ने भारत-चीन सीमा विवाद और कोरोना मामले में बीजेपी या यूं कहें पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा है, जिसका बीजेपी की ओर से जवाब दिया गया है. बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट करके कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके परिवार पर निशाना साधा. राहुल गांधी को विफल नेता करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह डोकलाम हो या वर्तमान (घटनाक्रम), राहुल गांधी जी भारत के सशस्त्र बलों पर विश्वास करने के बजाय चीनियों से ब्रीफिंग करना पसंद करते हैं. बीजेपी प्रमुख ने अपने ट्वीट में लिखा-कई वर्षों से एक राजवंश पीएम नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है.उनके लिए दुख की बात है कि पीएम मोदी का 130 करोड़ भारतीयों से जुड़ाव गहरा है वह उनके लिए जीते हैं और काम करते हैं. जो लोग उन्हें नष्ट करना चाहते हैं, वे केवल अपनी ही पार्टी को नष्ट कर लेंगे.
For years, one dynasty has been trying to destroy PM @narendramodi.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 20, 2020
Sadly for them, PM Modi's connect with 130 crore Indians is deep-rooted. He lives and works for them.
Those who want to destroy him will end up only further destroying their own party.
In recent years, be it Doklam or the present, @RahulGandhi Ji prefers briefings from the Chinese instead of believing India's armed forces.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 20, 2020
Why does one dynasty want a weak India and a strong China?
Many leaders in Congress also disapprove of one dynasty's shenanigans!
Since the 1950's, China has made strategic investments in one dynasty that has given them rich dividends. Remember 1962, giving away of a UNSC seat, losing lot of land to China in the UPA years, MoU Signed with much fanfare in 2008, funds to RGF and more.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 20, 2020
We saw yet another (failed) edition of ‘Project RG Relaunch' today.@RahulGandhi Ji was, as usual, weak on facts and strong on mudslinging. Attempts to politicise defence and foreign policy matters shows one dynasty's desperation to wash their past sins of 1962 and weaken India.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 20, 2020
एक अन्य ट्वीट में बीजेपी अध्यक्ष ने लिखा, 'हमने आज 'प्रोजक्ट RG (राहुल गांधी) रीलांच' का एक और (विफल) संस्करण देखा. राहुल जी हमेशा की तरह, तथ्यों पर कमजोर थे. रक्षा और विदेश नीति के मामलों का राजनीतिकरण करने का प्रयास 1962 के अपने पिछले पापों को धोने और भारत को कमजोर करने के लिए एक राजवंश की हताशा को दर्शाता है.
नड्डा ने लिखा, '1950 के दशक से, चीन ने एक ऐसे राजवंश में रणनीतिक निवेश किया है जिसने उन्हें समृद्ध लाभांश दिया है. 1962 को याद करें, एक UNSC (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) सीट को छोड़ दें, तो यूपीए के वर्षों में चीन को बहुत सारी जमीनें खोनी पड़ीं. उन्होंने लिखा-डोकलाम हो या वर्तमान (घटनाक्रम),राहुल गांधी जी भारत के सशस्त्र बलों पर विश्वास करने के बजाय चीनियों से ब्रीफिंग करना पसंद करते हैं. आखिरएक राजवंश एक कमजोर भारत और एक मजबूत चीन क्यों चाहता है?
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