आम आदमी पार्टी ने पहली बार ये बताया कि आखिर क्यों उसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी की पीएसी से निकाला। पार्टी का कहना है कि क्योंकि इन्होंने चुनाव में पार्टी को हराने की कोशिश की इसलिए ये कार्रवाई हुई।
आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक और प्रवक्ता आशुतोष ने एनडीटीवी इंडिया से खास बातचीत में बताया, 'दिल्ली चुनाव के समय प्रशांत भूषण लगातार ये बात कह रहे थे, मैं चाहता हूं पार्टी चुनाव हारे और ये बात उन्होंने कई लोगों को खुलेआम कही और कहा कि पार्टी को 22 सीटें ही जीतनी चाहिए।
आशुतोष ने कहा कि योगेंद्र यादव ने मीडिया में खबरें प्लांट कीं और इसका सबूत भी पार्टी को मिला जिसके आधार पर ये फैसला लिया गया। आशुतोष के मुताबिक पार्टी ने फैसला किया था कि इस बारे में बाहर कोई बात नहीं करेगा लेकिन इस फैसले का पालन नहीं हुआ। कुछ लोगों ने ब्लॉग लिखे तो कुछ ने इंटरव्यू दिए जिससे भ्रम की स्थिति बन गई और पार्टी को नुकसान हुआ जिसके चलते पार्टी को औपचारिक रूप से सामने आना पड़ा।
जब सवाल किया गया कि क्या इन दोनों को पार्टी से भी बाहर किया दा सकता है? आशुतोष ने कहा कि मैं इस बारे में कोई टिपण्णी नहीं करना चाहता, इस बारे में राष्ट्रीय परिषद फैसले के लिए सक्षम है जिसकी बैठक इसी महीने के आखिर में होने वाली है।
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