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This Article is From Aug 21, 2016

मध्यप्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ से तबाही,17 की मौत, यूपी-बिहार में भी बिगड़े हालात

मध्यप्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ से तबाही,17 की मौत, यूपी-बिहार में भी बिगड़े हालात
मध्यप्रदेश में घरों तक पहुंचा बाढ़ का पानी.
नई दिल्ली: भारी बारिश और बाढ़ की वजह से मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में तबाही मची हुई है. मध्यप्रदेश में अब तक बारिश की वजह से 17 लोगों की मौत हो चुकी है. मौसम विभाग के मुताबिक मध्यप्रदेश में रविवार को भी भारी बारिश की संभावना है. यहां के सतना और रीवा जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, यहां वायु सेना और आर्मी बचाव कार्य में जुटी है.

उत्तर प्रदेश में उफान पर बह रही गंगा नदी से लगे इलाहाबाद, वाराणसी और मिर्जापुर के इलाके अधिक प्रभावित हैं. बिहार में गंगा और गंडक नदियां उफान पर हैं, यहां भी एनडीआरएफ की टीम को तैनात कर दिया गया है.
 
(मध्यप्रदेश में रिहायशी इलाकों में घुसा पानी.)

एमपी में मुख्यमंत्री आज सतना में लेंगे हालात का जायजा
मध्यप्रदेश में तमस नदी उफान पर होने की वजह से सतना और रीवा में हालात चिंताजनक हैं. सतना में अब तक करीब 4700 और रीवा में 1500 से अधिक लोगों को बाढ़ से बचाकर सुरक्षित स्थानों पर बने राहत शिविरों में रखा गया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ के हालातों को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली और बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा भी कर रहे हैं. आज वह सतना में हालात का जायजा लेंगे. मौसम विभाग ने भारी बारिश की भविष्यवाणी की है जिसने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. यहां हेलीकॉप्टर और वायुसेना राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं. सेना और एनडीआरएफ की भी मदद ली जा रही है. एक दिन पहले सागर में मकान ढहने से हुई 7 लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने पीड़ित परिवार के लिए 4 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है.
 
(इलाहाबाद में खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा)

इलाहाबाद में घर से न निकलने का अलर्ट
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद, मिर्ज़ापुर, वाराणसी, महोबा, बांदा, हमीरपुर के इलाक़े प्रभावित हैं. दो सालों से बूंद-बूंद पानी को तरस रहे बुंदेलखंड का इलाक़ा भी पानी-पानी हो गया है. कई जगहों पर गंगा नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है. दूसरी नदियां भी उफान पर हैं. इलाहाबाद में गंगा का जलस्तर बढ़ने से रिहाइशी इलाक़ों में पानी घुस गया है. लोगों को घर से न निकलने के लिए अलर्ट जारी किया गया है. मिर्ज़ापुर में बाढ़ का पानी गांवों में घुस गया है.
 
(पटना में गंगा ने तोड़ा 1994 का रिकॉर्ड)

गंगा ने तोड़ा 22 साल का रिकॉर्ड
बिहार के पटना में गंगा नदी ने इस बार वर्ष 1994 में बढ़े जलस्तर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. अलर्ट जारी किया गया है कि अगले पांच दिनों तक गंगा का पानी और बढ़ सकता है. बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए वायु सेना और सेना को अलर्ट किया गया है. प्रशासन द्वारा गंगा के किनारे वाले इलाके में बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा जा रहा है. नदी के किनारे बने घरों में और सड़कों पर गंगा का पानी बह रहा है. पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, राज्य में गंगा, पुनपुन, घाघरा, बूढ़ी गंडक और सोन नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

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