उत्तर पश्चिम रेलवे को पांच वंदे भारत ट्रेन आवंटित : अधिकारी

उत्तर पश्चिम रेलवे (North Western Railway) के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि उत्तर-पश्चिम रेलवे को पांच ‘वंदे भारत’ ट्रेन ('Vande Bharat' train) आवंटित की गई है और यह सितम्बर 2023 तक आयेगी

उत्तर पश्चिम रेलवे को पांच वंदे भारत ट्रेन आवंटित : अधिकारी

उत्तर पश्चिम रेलवे पर 227 गाड़ियों की औसत गति बढ़ने से समय में 100 मिनट तक की बचत होगी. 

जयपुर,:

उत्तर पश्चिम रेलवे (North Western Railway) के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि उत्तर-पश्चिम रेलवे को पांच ‘वंदे भारत' ट्रेन ('Vande Bharat' train) आवंटित की गई है और यह सितम्बर 2023 तक आयेगी. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया, ‘‘उत्तर पश्चिम रेलवे को वंदे भारत की पांच ट्रेन आवंटित की गई है जो सितम्बर 2023 तक उत्तर पश्चिम रेलवे को मिल जायेगी. उन्होंने बताया कि इन गाड़ियों के मार्गों का चयन किया जा रहा है . उन्होंने बताया कि वंदे भारत को किन किन मार्गों पर चलाया जाएगा इसको अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है .

उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में अधिकारी ने बताया, ‘‘उत्तर पश्चिम रेलवे पर विद्युतीकरण और दोहरे ट्रैक के बहुत सारे काम पूरे किये गये हैं, उसके परिणाम स्वरूप आगामी एक अक्टूबर से लागू नयी समय सारणी के अनुसार विभिन्न स्टेशनों पर गाड़ियों के आगमन / प्रस्थान समय में आंशिक परिवर्तन किया गया है. उन्होंने बताया कि श्रीगंगानगर से नांदेड के बीच चलने वाली ट्रेन जब श्रीगंगानगर से चलेगी तो उसका प्रस्थान अब 100 मिनट पहले कर दिया गया है और यह पालनपुर में 100 मिनट पहले पहुंच जायेगी.

उन्होंने बताया कि विद्युतीकरण से गाड़ियों की गति में अच्छी वृद्धि हुयी है और ट्रैक के दोहरीकरण के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे की आठ ट्रेन ऐसी है जिसमें अब एक घंटे से ज्यादा समय की बचत होगी. शशि किरण ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे पर 227 गाड़ियों की औसत गति बढ़ने से समय में 100 मिनट तक की बचत होगी. जयपुर स्टेशन पर सात, जोधपुर एवं भगत की कोठी स्टेशन पर 47, अजमेर स्टेशन पर छह तथा बीकानेर स्टेशन पर 10 ट्रेनों के आगमन प्रस्थान समय में 30 मिनट या उससे अधिक का परिवर्तन होगा.

रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण के एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे में विद्युतीकरण का कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है और अब तक 2900 रूट किलोमीटर पर कार्य पूरा कर लिया गया है जो कि 50 प्रतिशत से अधिक है, और विभिन्न खंड पर कार्य प्रगति पर है. उन्होंने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे पर अभी 86 गाड़ियां विद्युत ट्रैक्शन से चल रही है और आगामी दो माह में इन गाड़ियों की संख्या 100 तक पहुंच जाएगी और हमारा पूरा प्रयास है कि दिसंबर 2023 तक उत्तर पश्चिम रेलवे का विद्युतीकरण पूरा हो जाये और सारी गाड़ियां विद्युत से संचालित की जायेगी.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)