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This Article is From Aug 26, 2022

गुलाम नबी आजाद के समर्थन में जम्मू कश्मीर कांग्रेस के पांच पूर्व विधायकों के इस्तीफे

जम्मू कश्मीर में कुल सात कांग्रेस नेताओं ने पार्टी छोड़ी, गुलाब नबी आजाद के साथ नई पार्टी बनाने की तैयारी

गुलाम नबी आजाद के समर्थन में जम्मू कश्मीर कांग्रेस के पांच पूर्व विधायकों के इस्तीफे
गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद जम्मू कश्मीर के सात अन्य नेताओं ने भी पार्टी छोड़ दी है (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:

कांग्रेस (Congress) छोड़ चुके गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के समर्थन में जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कांग्रेस के पांच पूर्व विधायकों ने भी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर कांग्रेस के दो नेताओं ने भी आजाद के समर्थन में इस्तीफा दिया है. इस तरह जम्मू कश्मीर में कांग्रेस के कुल सात नेताओं ने आजाद के समर्थन में पार्टी छोड़ दी है. 

कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पूर्व विधायकों के नाम जीएम सरूरी, हाजी अब्दुल राशिद, मोहम्मद आमीन भट्ट, गुलजार अहमद वानी और चौधरी मोहम्मद इकराम हैं.

जम्मू कश्मीर के कांग्रेस के पूर्व विधायक और मंत्री रहे हाजी अब्दुल राशिद ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद एनडीटीवी से कहा कि, ''गुलाम नबी आजाद को एक अलग पार्टी बनानी चाहिए. अगर वह एक अलग पार्टी बनाने का फैसला करते हैं तो हम उनके साथ जुड़ेंगे.'' 

जम्मू कश्मीर कांग्रेस के पूर्व विधायक गुलजार अहमद वानी ने एनडीटीवी से कहा कि, ''हमने गुलाम नबी आजाद से उनके घर पर मुलाकात की है. कांग्रेस के पांच पूर्व विधायकों ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देने का फैसला लिया. अगर गुलाम नबी आजाद एक अलग पार्टी बनाने का फैसला करते हैं तो हम उनके साथ जुड़ेंगे. आने वाले समय में और भी जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद के समर्थन में सामने आ सकते हैं.''

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. पहले से ही संकट में घिरी कांग्रेस को आजाद के इस्तीफे से एक और झटका लगा है. इससे पहले भी कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं. आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे पांच पृष्ठ के त्यागपत्र में कहा कि वह ‘‘भारी मन'' से यह कदम उठा रहे हैं.

पार्टी में बदलाव की मांग करने वाले जी-23 समूह में शामिल आजाद ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) को संचालित कर रहे कुछ लोगों द्वारा नियंत्रित कांग्रेस ने भारत के लिए हितकारी मुद्दों की खातिर लड़ने की इच्छाशक्ति और क्षमता खो दी है. उन्होंने पत्र में कहा कि पार्टी नेतृत्व को ‘भारत जोड़ो यात्रा' से पहले ‘कांग्रेस जोड़ो यात्रा' निकालनी चाहिए थी.

आजाद ने कहा कि पार्टी की कमजोरियों पर ध्यान दिलाने के लिए पत्र लिखने वाले 23 नेताओं को अपशब्द कहे गए, उन्हें अपमानित किया गया और नीचा दिखाया गया. उन्होंने कांग्रेस से अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि पार्टी में किसी भी स्तर पर चुनाव नहीं कराए गए.

आजाद ने कहा कि कांग्रेस में हालात अब ऐसी स्थिति पर पहुंच गए हैं, जहां से वापस नहीं आया जा सकता. उन्होंने कहा कि पार्टी में नेतृत्व के लिए परोक्ष तौर पर अपने प्रतिनिधियों को आगे बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने पार्टी के साथ ‘‘बड़े पैमाने पर हुए धोखे'' के लिए नेतृत्व को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि एआईसीसी के चुने हुए पदाधिकारियों को एआईसीसी का संचालन करने वाले कुछ लोगों द्वारा तैयार की गई सूचियों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया.

(इनपुट भाषा से भी)

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी से दिया इस्तीफा

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