किसानों के एक समूह ने हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को हिसार के नारनौंद उप मंडल में शुक्रवार को काले झंडे दिखाए. किसानों और कुछ ग्रामीणों ने गांव के बाहर चौटाला के वाहन को रोक दिया और नारेबाजी की. चौटाला को उप-मंडल के एक और गांव में भी विरोध-प्रदर्शन का सामना करना पड़ा.
वह शुक्रवार को हिसार जिले के नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के एक दिन के दौरे पर थे. सड़क पर किसानों के प्रदर्शन को देखकर, जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता अपनी कार से उतरे और किसानों के साथ बातचीत करने की कोशिश की. हालांकि, प्रदर्शनकारी किसानों ने नारेबाजी जारी रखी.
इसके बाद, चौटाला अपनी कार में बैठ गए और उनका काफिला वहां से आगे बढ़ गया. जजपा नेता को उप-मंडल के गामरा गांव में भी विरोध-प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. वहां भी उन्हें काले झंडे दिखाये गए. प्रदर्शन में काफी संख्या में महिलाएं भी थीं.
सूत्रों के मुताबिक, चौटाला लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने गांव नारा पहुंचे थे, इस दौरान उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करनी थी. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि चौटाला ने उन 750 किसानों के लिए कभी आवाज नहीं उठाई, जो अब रद्द किये जा चुके कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन के दौरान मारे गए थे. उस समय, जजपा हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा की गठबंधन सहयोगी थी.
किसानों ने कहा कि जब वे कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान और बाद में, इस साल फरवरी में ‘दिल्ली चलो' मार्च के आह्वान के तहत राष्ट्रीय राजधानी जा रहे थे तब उन्हें रोक दिया गया और आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी गई. प्रदर्शनकारी किसानों ने यह भी कहा कि दोनों समय चौटाला सरकार में थे लेकिन उन्होंने किसानों का समर्थन क्यों नहीं किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं