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3 months ago
नई दिल्‍ली:

Farmers Protest : किसान नेताओं ने शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन के दौरान कुछ किसानों के घायल होने के बाद आज के लिए प्रदर्शन को स्‍थगित कर दिया है. किसान नेताओं ने सरकार को इसके लिए 24 घंटे का वक्‍त दिया है. उन्‍होंने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर कहा कि मांगें पूरी नहीं हुई तो हम फिर प्रदर्शन करेंगे. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने शंभू बॉर्डर पर झड़प के बाद कहा कि हम सरकार से टकराव नहीं चाहते हैं. हम बातचीत के लिए तैयार हैं.किसान संगठनों के नेताओं ने कहा कि 8 लोग घायल हैं और 2 गंभीर रूप से घायल हैं. किसान नेताओं ने कहा कि सरकार बताए कि हमारे साथ दुश्मन जैसा व्यवहार क्यों किया जाता है. उन्‍होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसानों ने देश को भुखमरी से बचाया है. हमने देश की भलाई के लिए बहुत योगदान दिया है.  

किसानों के मरजीवड़ा 'जत्थे' के 101 किसानों की दिल्‍ली कूच के दौरान अर्धसैनिक बलों और पुलिस के साथ झड़प हुई है. किसानों ने शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड्स कूदने की कोशिश की. इस दौरान सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे हैं. इसमें कुछ किसानों को चोटें आई हैं. कुछ किसानों ने अस्थायी बैरिकेड शेड पर चढ़कर उसे पार करने की कोशिश की, जहां पर बड़ी संख्‍या में अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. 

पंढेर ने कहा, ‘‘कुछ किसानों के घायल होने के मद्देनजर हमने आज के लिए जत्था वापस बुला लिया है.''

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पंजाब और हरियाणा सीमा के शंभू बॉर्डर से 101 किसानों के एक जत्थे ने शुक्रवार को दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू किया, लेकिन उन्हें कुछ मीटर बाद ही बहुस्तरीय अवरोधक लगाकर रोक दिया गया. सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने और उन्हें अपने विरोध स्थल पर वापस जाने को मजबूर करने के लिए कई राउंड आंसूगैस के गोले दागे. किसान नेताओं ने दावा किया कि कुछ किसान घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. 

हरियाणा पुलिस ने किसानों से आगे न बढ़ने को कहा और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला दिया. 

मांगें पूरी नहीं हुई तो फिर होगा प्रदर्शन : किसान नेता

किसान नेताओं ने प्रदर्शन के बाद प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा कि मांगें पूरी  नहीं हुई तो हम फिर प्रदर्शन करेंगे. किसान नेताओं ने सरकार को इसके लिए 24 घंटे का वक्‍त दिया है. 

सरकार से पूछना चाहते हैं कि हमारे साथ दुश्मन जैसा व्यवहार क्यों : किसान नेता

किसान नेताओं ने कहा कि हमारे जत्थे को दिल्ली के अंदर आने की इजाजत दी जाए. उन्‍होंने कहा कि  सरकार बताए कि हमारे साथ दुश्मन जैसा व्यवहार क्यों किया जाता है. उन्‍होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसानों ने देश को भुखमरी से बचाया है. हमने देश की भलाई के लिए बहुत योगदान दिया है.  

8 किसान घायल, दो की हालत गंभीर : किसान संगठन

किसान संगठनों ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में दावा किया कि अब तक 8 किसान घायल हुए हैं और इनमें से दो की हालत गंभीर है. 

हम सरकार से टकराव नहीं चाहत हैं : पंढेर

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने शंभू बॉर्डर पर झड़प के बाद कहा कि हम सरकार से टकराव नहीं चाहते हैं. उन्‍होंने कहा क आज के लिए प्रदर्शन वापस लिया गया है. प्रदर्शन के बाद विभिन्‍न किसान संगठनों के नेताओं ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की और कहा कि 8 लोग घायल हैं और 2 गंभीर रूप से घायल हैं. 

मरजीवाड़े जत्‍थे को वापस बुलाया गया : पंधेर

किसान  नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि मरजीवाड़े जत्‍थे को वापस बुला लिया गया है. साथ ही उन्‍होंने बताया कि छह किसान जख्‍मी हुए हैं. 

हर सरकार से बातचीत के लिए तैयार : पंढेर

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं. 

किसानों पर दागे आंसू गैस के कई गोले, दो किसान जख्‍मी

पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के कई राउंड दागे हैं. इसमें दो किसान जख्‍मी हो गए. 

पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया

प्रदर्शनकारी किसानों ने बैरिकेड्स हटाए

किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोका गया

किसानों पर आंसू गैस छोड़ी गई

दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी है.

किसानों की मांग जायज है: समाजवादी पार्टी

सरकार किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार है: कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी

कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने एनडीटीवी से कहा कि सरकार किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार है.  बातचीत के दरवाजे उनके लिए खुले हैं. किसानों के साथ अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है. प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 साल में किसान कल्याण के लिए कई बड़े फैसले किए हैं.

बैरीकेड तोड़ आगे बढ़े किसान

सुरजीत सिंह फूल ने नेतृत्व में किसान आगे बढ़ रहे हैं. किसानों ने बैरीकेड तोड़ दि है.

अंबाला के 11 गांवों में मोबाइल इंटरनेट, ‘बल्क एसएमएस’ सेवा निलंबित की

हरियाणा सरकार ने शुक्रवार को अंबाला जिले के 11 गांवों में मोबाइल इंटरनेट और एक साथ कई लोगों को संदेश भेजने की सुविधा ‘बल्क एसएमएस सेवा’ को नौ दिसंबर तक निलंबित कर दिया. यह निलंबन ‘‘तनाव, विवाद, आंदोलन और सार्वजनिक शांति भंग’’ होने की आशंकाओं के कारण किया गया है, क्योंकि किसानों का एक समूह न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग को लेकर दिल्ली तक मार्च करने की तैयारी कर रहा था.

किसानों का मार्च शुरू

अपनी मांगों को लेकर किसानों का मार्च शुरू हो चुका है. मरजीवड़ा का जत्था 101 किसानों के साथ दिल्ली की तरफ कूच कर रहा है. जिसकी अगुवाई सुरजीत सिंह फूल कर रहे हैं. किसानों के कूच को देखते हुए बेहद कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं.

शंभू बॉर्डर पर ड्रोन से रखी जा रही है नजर

पंजाब-हरियाणा सीमा के शंभू बॉर्डर किसानों पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है.

अंबाला में इंटरनेट सेवा पर रोक

किसानों के दिल्‍ली कूच को लेकर अंबाला में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है. 9 दिसंबर तक यहां इंटरनेट बंद रखने के आदेश दिये गए हैं.

सभी कृषि उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा: कृषि मंत्री

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में कहा कि सभी कृषि उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा, यह मोदी सरकार की गारंटी है.

कांग्रेस ने किसानों के मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया

इजाजत ले लें, फिर जाने देंगे:हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज

किसान देश के अन्नदाता: RJD सांसद मनोज झा

दिल्ली पुलिस अलर्ट पर, सुरक्षा तैनात

दिल्ली पुलिस ने पंजाब के किसानों के शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च से पहले सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी है.

सरकार को किसानों की मांगो को मानना चाहिए:सपा सांसद

किसानों का आज दोपहर 1 बजे होगा दिल्ली की ओर मार्च

अंबाला-दिल्ली सीमा पर सुरक्षा बढ़ाई गई

शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर कूच करेंगे:किसान

डल्लेवाल का आमरण अनशन जारी

एसकेएम नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बृहस्पतिवार को खनौरी सीमा पर अपना आमरण अनशन जारी रखा हुआ है. कृषक संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के अलावा, किसान कृषि ऋण माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी न करने, पुलिस मामलों की वापसी और 2021 लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए ‘‘न्याय’’ की मांग कर रहे हैं. भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 की बहाली और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देना भी उनकी दो मांगें हैं.

धारा 163 लागू

बीएनएसएस की धारा 163 को लागू करते हुए, अंबाला के उपायुक्त और जिला मजिस्ट्रेट ने 30 नवंबर के एक आदेश में पांच या अधिक व्यक्तियों की गैरकानूनी सभा और पैदल, वाहनों या किसी अन्य माध्यम से जुलूस निकालने पर रोक लगा दी है. आदेश में कहा गया है, “ऐसी आशंका है कि बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी पंजाब और हरियाणा से आएंगे और दिल्ली की ओर बढ़ने के लिए शंभू बॉर्डर पर इकट्ठा होंगे. इसलिए, बीएनएसएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी करने समेत सीमा बिंदुओं पर और जिले में उचित कदम उठाए जाने की जरूरत है ताकि पूर्व अनुमति के बिना ऐसे किसी भी व्यक्ति की आवाजाही की अनुमति न दी जा सके.” आदेश में कहा गया है, 'यह आदेश 30.11.2024 से लागू है और अगले आदेश तक जारी रहेगा.” आदेश में कहा गया है, '‘जानकारी मिली है कि आंदोलनकारी संसद का घेराव कर सकते हैं या राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थायी रूप से डेरा डाल सकते हैं.''  आदेश के मुताबिक, आंदोलनकारियों ने हरियाणा पुलिस अधिनियम की धारा 69 के तहत कोई अनुमति नहीं ली है. 

कब से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में इससे पहले पैदल दिल्ली कूच करने की घोषणा की थी. उनकी मांगों में फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और कई अन्य मांग शामिल हैं. सुरक्षा बलों द्वारा दिल्ली की ओर मार्च रोके जाने के बाद वे 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. 

कब से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में इससे पहले पैदल दिल्ली कूच करने की घोषणा की थी. उनकी मांगों में फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और कई अन्य मांग शामिल हैं. सुरक्षा बलों द्वारा दिल्ली की ओर मार्च रोके जाने के बाद वे 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. 

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