
- महाराष्ट्र के हिंगोली जिले के किसानों ने मुआवजा नहीं मिलने से नाराज होकर सड़क पर नोट उड़ाकर प्रदर्शन किया
- भारी बारिश और बाढ़ से फसलें बर्बाद होने के बावजूद हिंगोली और शेणगांव तालुका को राहत सूची से बाहर रखा गया है
- किसानों ने गोरेगांव स्थित तहसील कार्यालय के सामने क्रांतिकारी किसान संघ के साथ मुआवजा राशि का विरोध जताया
महाराष्ट्र के हिंगोली जिले से एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि किस तरह किसान सड़क पर नोट को उड़ा रहे हैं. जानकारी के अनुसार ये किसान मुआवजा नहीं मिलने से नाराज थे. बारिश और बाढ़ से फसलें बर्बाद होने के बावजूद पर्याप्त मुआवजा न मिलने और सरकारी राहत सूची से बाहर रखे जाने के खिलाफ किसानों ने 100, 50 और 20 रुपये के नोट सड़कों पर उड़ाकर प्रदर्शन किया. “क्रांतिकारी किसान संघ” के कार्यकर्ताओं ने गोरेगांव स्थित ऊपरी तहसील कार्यालय के सामने यह प्रदर्शन किया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा है कि सरकार ने हमें राहत पैकेज से बाहर रखा है, तो यह पैसा हमें नहीं चाहिए.

महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित इलाकों के लिए एक बड़ा राहत पैकेज घोषित किया था. लेकिन इस सूची में हिंगोली जिले के हिंगोली और शेणगांव तालुके का नाम शामिल नहीं किया गया. किसानों का कहना है कि इन इलाकों में भी लगातार बारिश से सोयाबीन, कपास और ज्वार जैसी फसलें बर्बाद हो गईं, लेकिन सरकार ने उन्हें राहत क्षेत्र में नहीं माना. इससे नाराज़ किसान संगठनों ने इसे “अन्यायपूर्ण फैसला” बताया है.
वीडियो में प्रदर्शनकारी किसान कह रहे हैं कि हिंगोली जिले में बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है, लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, विधायक, सांसद और पालक मंत्री ने शेणगांव और हिंगोली तालुका को राहत पैकेज से अलग कर दिया है. यह पैसा नहीं चाहिए(मुआवजा राशि) सरकार के मुंह पर फेंक रहे हैं!
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