गाजियाबाद:
मकनपुर गांव की इंदिरापुरम व वैशाली के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा अधिगृहीत की गई जमीन के मुआवजे पर किसान और जीडीए अब अलग-अलग मुद्दों पर अडिग हो गए है। जीडीए मकनपुर गांव का विकास एवं 102 किसानों को दुकानें आवंटित करने के लिए तैयार है। वहीं किसान अधिगृहीत की गयी जमीनों पर वर्तमान कीमतों पर मुआवजा लेने के लिए एक बार फिर जीडीए के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है। जीडीए ने दोनों योजनाओं के लिए 23 साल पहले मकनपुर गांव की 2072 बीघा जमीन अधिगृहीत की थी। उस समय के हिसाब से किसानों को मुआवजा दिया गया था। किसानों की मांग पर जीडीए उपाध्यक्ष एन के चौधरी प्राधिकरण में अधिकारियों के साथ बैठक कर एक-एक बिन्दु का विवरण तैयार करने के निर्देश दिए। चौधरी का कहना है कि मकनपुर गांव का विकास कराने व किसानों को दुकानें आवंटन कर दी जाएगी। मगर किसानों की बढ़कार मुआवजे देने की मांग को पूरा करना संभव नहीं हैं, क्योंकि उस वक्त किसानों की सहमति पर ही मुआवजा दिया गया था।