
- यूपी एसटीएफ ने गाजियाबाद में नकली राजदूत बनकर फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन को पकड़ा था.
- एसटीएफ के मुताबिक, हर्षवर्धन के पास 12 डिप्लोमैटिक पासपोर्ट थे. वह 30 से ज्यादा घूम चुका है.
- फर्जी राजदूत हर्षवर्धन कई बार दुबई की यात्रा कर चुका है. पुलिस उसके लेनदेन का रिकॉर्ड खंगाल रही है.
गाजियाबाद में नकली राजदूत बनकर फर्जी दूतावास चलाने वाले शातिर हर्षवर्धन जैन के मामले में यूपी एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि हर्षवर्धन जैन पिछले 10 साल में 30 से ज्यादा देशों की यात्रा कर चुका है. वह कई बार दुबई जा चुका है. उसके पास 12 डिप्लोमैटिक पासपोर्ट हैं. पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है.
'आर्म्स डीलर से हर्षवर्धन को मिले थे पैसे'
यूपी एसटीएफ को हर्षवर्धन जैन की ट्रांजेक्शन डिटेल की जांच में कई अहम सुराग मिले हैं. पता चला है कि वेस्ट अंटार्कटिका को भारी-भरकम डोनेशन दी गई थी. STF सूत्रों के मुताबिक, आर्म्स डीलर अदनान खशोगी से हर्षवर्धन के बैंक अकाउंट में सीधे पैसे ट्रांसफर हुए थे. 2002 से 2004 के बीच अदनान खशोगी ने हर्षवर्धन को 20 करोड़ रुपये दिए थे. अब पुलिस ये पता लगा रही है कि ये पैसा हर्षवर्धन ने किस उद्देश्य से इस्तेमाल किया.
10 साल से चल रहा था फर्जी दूतावास
एसटीएफ के मुताबिक, गाजियाबाद में फर्जी दूतावास पिछले 10 सालों से चल रहा था. शुरुआत में हर्षवर्धन जैन ने अपने घर से कारोबार शुरू किया था. बिजनेस बढ़ने पर एक बंगला किराए पर लिया और फिर वहीं पर फर्जी दूतावास खोल लिया. पिछले छह महीने से किराए के बंगले में फर्जी दूतावास चल रहा था. 12 देशों के डिप्लोमैटिक पासपोर्ट मिले
एसटीएफ के मुताबिक, हर्षवर्धन ने 12 देशों के डिप्लोमैटिक पासपोर्ट बनवा रखे थे. उसने इनके जरिए दर्जनों देशों की यात्राएं की थीं. इन देशों में यूके, यूएई, मॉरीशस, फ्रांस, कैमरून, स्विट्ज़रलैंड, पोलैंड, श्रीलंका और बेल्जियम आदि प्रमुख थे. वह कई बार दुबई की यात्रा कर चुका था.
देश-विदेश में खोले 20 बैंक खाते
एसटीएफ ने बताया है कि हर्षवर्धन के 20 बैंक अकाउंट हैं, जिनमें 8 विदेशी और 12 भारतीय खाते हैं. हर्षवर्धन की 25 शेल कंपनियों में हिस्सेदारी पाई गई है. हर्षवर्धन ने सबसे ज्यादा छह खाते दुबई में थे. इसके अलावा इंग्लैंड में तीन और मॉरीशस व भारत में एक-एक अकाउंट हैं. जैन के गाजियाबाद में कविनगर स्थित घर से पुलिस को कई अहम दस्तावेज मिले थे. उसके चर्चित अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलर अदनान खशोगी और चंद्रास्वामी जैसे विवादित लोगों भी संपर्क खंगाले जा रहे हैं.
आलीशान बंगले में बनाया फर्जी दूतावास
इसी आलीशान मकान को हर्षवर्धन ने कथित दूतावास बना रखा था. वह खुद को वेस्ट आर्कटिक, सबोरगा, पोल्विया और लोडोनिया जैसे तथाकथित देशों का राजदूत बताकर लोगों को गुमराह करता था. इनमें से अधिकतर देश हैं ही नहीं. वह प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य बड़े लोगों के साथ अपनी मॉर्फ की हुई तस्वीरें दिखाता था.
नोएडा STF ने उसके घर से डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी 4 गाड़ियां, 12 डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मोहर लगे जाली दस्तावेज, 2 फर्जी पैनकार्ड, 34 अलग-अलग कंपनियों और देशों की मोहरें, 2 फर्जी प्रेस कार्ड, 44.70 लाख रुपये, कई देशों की मुद्रा, 18 डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट और कई कंपनियों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए थे.
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