विदेश मंत्री एस जयशंकर गुरुवार को बांग्लादेश, स्वीडन और बेल्जियम की छह दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए जहां वे द्विपक्षीय और बहुपक्षीय स्तर पर इन तीनों देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत बनाने के रास्ते तलाशेंगे. विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, ब्रसेल्स में जयशंकर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और रेल एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ भारत-यूरोपीय संघ कारोबार एवं प्रौद्योगिकी परिषद (TTC) की बैठक में हिस्सा लेंगे.
टीटीसी मंत्रिस्तरीय बैठक 16 मई को निर्धारित है. हाल में शुरू किये गए टीटीसी के माध्यम से कृत्रिम बुद्धिमता, क्वांटम कम्प्यूटिंग, सेमीकंडक्टर और साइबर सुरक्षा सहित महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के आदान प्रदान को सुगम बनाने की उम्मीद है.
भारत के साथ टीटीसी, यूरोपीय संघ (EU) की दूसरी ऐसी प्रौद्योगिकी गठजोड़ है. ईयू ने ऐसा पहला गठजोड़ जून 2021 में अमेरिका के साथ किया था.
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, जयशंकर अपनी यात्रा के पहले चरण में 11-12 मई को ढाका जाएंगे. बांग्लादेश की राजधानी से जयशंकर स्वीडन के लिए रवाना होंगे जहां वे 13-15 मई तक रहेंगे.
मंत्रालय ने बताया कि विदेश मंत्री जयशंकर अपनी यात्रा के अंतिम चरण में 15-16 मई को बेल्जियम में रहेंगे. ब्रसेल्स में जयशंकर की बेल्जियम और यूरोपीय संघ के अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी.
वहीं, ढाका में विदेश मंत्री जयशंकर हिन्द महासागर सम्मेलन के छठे संस्करण में हिस्सा लेंगे. इसमें मारिशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपून, मालदीव के उपराष्ट्रपति फैसल नसीम, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और दुनिया के कई देशों के मंत्री हिस्सा लेंगे.
जयशंकर विदेश मंत्री बनने के बाद पहली बार स्वीडन की यात्रा पर जा रहे हैं. उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और स्वीडन अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं.
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