जेएनयू में बाहर से घुसे नकाबपोशों को किसने बुलवाया? वहां हुई हिंसा का ज़िम्मेदार कौन है? लेफ्ट और एबीवीपी के लोग इस मामले में एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. लेकिन एनडीटीवी को कुछ तस्वीरें मिली हैं जिनमें एबीवीपी से जुड़े लोग भीड़ के साथ दिखाई पड़ रहे हैं. पहली तस्वीर नीचे है, जिसमें दांयी तरफ एक शख्स हाथ में डंडा लिए नजर आ रहा है. जानकारी के मुताबिक यह ABVP का विकास पटेल है जो JNU का छात्र रहा है. इसने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर भी यह परिचय लिखा है और दावा किया है कि वो जेएनयू की ABVP की एग्जिक्यूटिव कमेटी का सदस्य है. पटेल के हाथ में ठीक वैसा ही डंडा है जैसा दिल्ली पुलिस को इस्तेमाल के लिए दिया जाता है. इसी तस्वीर के केंद्र में एक शख्स खड़ा है, जिसने नीले और पीले रंग की स्वेट शर्ट पहनी हुई है. इसका नाम शिव पूजन मंडल बताया जा रहा है जोकि बीए फर्स्ट इयर का छात्र है और ABVP से भी जुड़ा हुआ है.
एक अन्य तस्वीर में मंडल उन लोगों के हुजुम के साथ नजर आ रहा है जोकि लाठी-डंडों से लैस होकर जेएनयू कैंपस में दाखिल हो रहे थे.
मंडल एक और वीडियो में नजर आया है, जो रविवार रात को कैमरे में कैद किया गया था. इस वीडियो में नकाबपोश बदमाश जेएनयू कैंपस से बाहर निकल रहे थे.
The same blue/yellow hoodie appears in this viral video, in which the mob seems to be leaving the JNU campus at night. 3/n pic.twitter.com/XzQs4kyaSk
— Sreenivasan Jain (@SreenivasanJain) January 6, 2020
जानकारी के मुताबिक पटेल और मंडल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को डीलीट कर दिया है. पटेल का नंबर उस स्क्रीन शॉट में भी नजर आ रहा है, जोकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वायरल हो रहे व्हाट्सएप चैट में एबीवीपी के सदस्य जेएनयू कैंपस के भीतर लेफ्ट के छात्रों को सबक सिखाने की बात कहते हुए दिखाई दे रहे हैं.
इस व्हाट्सएप चैट में ABVP सदस्यों के बीच बातचीत हो रही है
इस चैट में संस्कृत के छात्र योगेंद्र भारद्वाज और जेएनयू में पीएचडी के छात्र संदीप सिंह भी दिखाई दे रहे हैं. भारद्वाज ने भी अपना सोशल मीडिया अकाउंट डीलीट कर दिया है. लेकिन ट्विटर प्रोफाइल के कुछ स्क्रीन शॉट्स मिले हैं जहां वह खुद को एबीवीपी का सदस्य बता रहा है.
हालांकि सोशल मीडिया पर संदीप का अकाउंट अभी भी एक्टिव नजर आ रहा है.
संदीप सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट से यह तस्वीर ली गई
व्हाट्सएप की बातचीत में भारद्वाज लेफ्ट के आतंक को खत्म करने की बात कह रहा है और लिख रहा है कि अब इन्हें पीटा जाना चाहिए. यह तीनों जेएनयू के अंदर दाखिल होने के लिए एंट्री प्वाइंट पर चर्चा कर रहे हैं. हालांकि एबीवीपी जेएनयू में हुई हिंसा में अपनी भूमिका को सिरे से खारिज कर रही है. उनका कहना है कि जो व्हाट्सएप चैट वायरल हो रहा है उसके साथ छेड़छाड़ की गई है. एबीवीपी ने इस हमले के लिए वामपंथी रुझान वाले छात्रों को जिम्मेदार बताया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं