नागरिकता संशोधन विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई है और देश के कई हिस्सों में विरोध अब भी जारी है. विपक्ष ने भी सदन में इसके खिलाफ पुरजोर आवाज उठाई. इसे लेकर शिवसेना के मंत्री और विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे ने एनडीटीवी से बातचीत में राज्यसभा से वॉकआउट करने की वजह के बारे में बताया. शिंदे ने कहा, ''हमने कुछ सवाल रखे थे जिनके जवाब अब भी नहीं मिले थे इसलिए हमने राज्यसभा से वॉकआउट किया था.''
महाराष्ट्र में नागरिकता संशोधन विधायक को लागू करने के सवाल पर शिंदे ने कहा, महाराष्ट्र में तीन पार्टियों की सरकार है. ऐसे में CAB लागू करने को लेकर तीन पार्टियों से चर्चा होगी. मुद्दे रखे जाएंगे, उसके बाद ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आखिर में कुछ फैसला लेंगे.''
उधर असम के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत (Bhaskar Jyoti Mahanta) ने कहा कि राज्य में नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Act) के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन काफी हद तक थम गए हैं, पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी रख रही है कि स्थिति फिर से नियंत्रण से बाहर न हो जाए. NDTV से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'हम शांति के रास्ते पर अग्रसर हैं. आज एक बेहतर दिन है, लेकिन हम कड़ी निगरानी रखेंगे. हमारे पास अपने कर्तव्य हैं, और हमारी टीमें अथक प्रयास कर रही हैं. यह कठिन समय है, लेकिन हम इस पर काम कर रहे हैं.
शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को चुना विधायक दल का नेता, राज्यपाल से मिलेंगे आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना नेता
बता दें नागरिकता संशोधन विधेयक अब कानून बन चुका है. इसे लेकर विपक्ष और देश भर के तमाम लोग विरोध कर रहे हैं. असम और पूर्वोत्तर राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हो रहा है. स्थिति को संभालने के लिए सेना को भी लगाया गया है. इस बीच पुलिस फायरिंग में दो प्रदर्शनकारियों की मौत भी हो चुकी है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं