केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को आम आदमी पार्टी और उसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए दावा किया कि कुछ लोग सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को गुजरात की राजनीति में पिछले दरवाजे से प्रवेश कराने की कोशिश कर रहे हैं. पाटकर ने राज्य की जीवनरेखा नर्मदा परियोजना का विरोध किया था. आप ने ‘नर्मदा बचाओ आंदोलन' की संस्थापक सदस्य पाटकर को 2014 के लोकसभा चुनाव में मुंबई की उत्तर पूर्व सीट से मैदान में उतारा था.
अमित शाह ने कहा, ‘‘नर्मदा परियोजना का विरोध करने वाली मेधा पाटकर को गुजरात की राजनीति में पिछले दरवाजे से प्रवेश कराने के लिए कुछ लोगों ने इन दिनों नई शुरुआत की है. मैं गुजरात के युवाओं से पूछना चाहता हूं कि क्या वे नर्मदा परियोजना के साथ-साथ गुजरात के विकास का विरोध करने वालों को राज्य में घुसने देंगे.''
गृह मंत्री विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले गुजरात में आयोजित किये जा रहे 36वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में एक सभा को संबोधित कर रहे थे.
शाह ने कहा, ‘‘जो लोग गुजरात और हमारी जीवन रेखा नर्मदा परियोजना का विरोध करने वाली मेधा पाटकर को लाना चाहते हैं और हर संभव मंच पर गुजरात को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं, उन्हें यहीं रोक देना चाहिए. गुजरात का विरोध करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है.'' शाह ने कहा कि उन्हें गुजरात के लोगों पर भरोसा है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने राज्य का विरोध किया है, उन्हें वे कभी स्वीकार नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात ने पिछले 20 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में विकास किया है और ऐसे मानदंड स्थापित किए हैं, जिन्हें शायद आने वाले दशकों में तोड़ा नहीं जा सकता है.
गृह मंत्री ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में गुजरात में सड़कों और बंदरगाहों जैसे बुनियादी ढांचे का विकास हुआ है, 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को मजबूत किया गया है.
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