ED ने बधिर बच्चों के धर्म परिवर्तन के मामले में छह आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश में बधिर छात्रों और गरीब लोगों के इस्लाम में कथित धर्मांतरण के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से मिले पैसे के इस्तेमाल से जुड़ा है. ED ने अपने आरोप पत्र में मोहम्मद उमर गौतम, सलाहुद्दीन जेड. शेख और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को बतौर आरोपी नामजत किया है. ये सभी आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राजिंदर सिंह की अदालत में दाखिल आरोपपत्र में ईडी ने तीन संगठनों (इस्लामिक दावा सेंटर, फातिमा चैरिटेबल फाउंडेशन और एएफएमआई चैरिटेबल ट्रस्ट) को भी आरोपी बनाया है. मामले की अगली सुनवाई 17 फरवरी को होगी.
आरोप पत्र के अनुसार एजेंसी तीन करोड़ रुपये की आपराधिक कमाई की जांच कर रही थी. ईडी के विशेष लोक अभियोजक एन.के. मट्टा द्वारा दाखिल आरोपपत्र में दावा किया गया कि आरोपी बड़े पैमाने पर दूसरे धर्म के लोगों का इस्लाम में धर्मांतरण कराने में शामिल थे.
ईडी ने कहा कि लगभग 1000 गैर-मुस्लिमों का धर्मांतरण कर मुसलमानों से शादी की गई है. आरोपी धर्मांतरण के लिए ‘इस्लामिक दावा सेंटर' नाम संगठन का संचालन कर रहे थे, जिसे विदेशों से भी पैसे मिल थे.
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