Earthquake In assam and Bihar (बिहार और असम के कई इलाकों में भूकंप)
नई दिल्ली:
देश के कई इलाकों में आज भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये हैं. बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और नागालैंड में अभी भूकंप (Earthquake in assam) के झटके महसूस किये गये हैं. दरअसल, असम, मेघालय, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्रों में बुधवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए जिनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.5 मापी गयी. पुलिस ने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि भूकंप सुबह करीब 10 बजकर 20 मिनट पर आया और करीब 15 से 20 सेंकड तक इसके झटके महसूस किए गए. शिलांग में केंद्रीय भूकंप वेधशाला की एक रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.5 मापी गई. इसका केंद्र असम के कोकराझार शहर से दो किलोमीटर दूर उत्तर में था और इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी. अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के छह उत्तरी जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. साथ ही कोलकाता और उसके आसपास के जिलों में भी झटके महसूस किए गए.
इससे पहले जम्मू एवं कश्मीर में बुधवार को भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.6 मापी गई. आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. उन्होंने कहा कि झटके सुबह 5.15 बजे दर्ज किए गए. भूकंप का केंद्र लद्दाक क्षेत्र के कारगिल कस्बे से 199 किलोमीटर दूर स्थित था.
भूकंप का झटका महसूस होते ही लोग घरों से बाहर निकलने लगे. बताया जा रहा है कि असम का कोकराझार भूकंप का केंद्र था. समाचार एजेंसी एएनाई ने जो तस्वीरें जारी की है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे लोग घरों से बाहर सहमे हुए से निकल कर आ गये हैं.
वहीं, 10 सितंबर यानी रविवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ और दिल्ली सहित समूचे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र(एनसीआर) में भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये झटके सुबह छह बजकर 28 मिनट पर आए थे. अमेरिका के जियोलॉजिकल सर्वे ने भी इसकी पुष्टि की थी. हालांकि, उसमें भी किसी के हताहत होने की खबर नहीं थी.
इससे पहले रविवार( नौ सितंबर) को शाम चार बजकर 37 मिनट पर हरियाणा के झज्जर जिले में झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.8 आंकी गई थी. दिल्ली भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता है. कई बार एनसीआर में झटके लग चुके हैं, मगर भूकंप से बचाव के लिए सरकारी स्तर से न जनजागरूकता अभियान धरातल पर दिख रहे हैं और न आपदा प्रबंधन से अन्य जानकारियां.
भूकंप आए तो बरतें सावधानीः भूकंप आने के बाद बरती गईं सावधानियां आपकी जान बचा सकतीं हैं. यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो. भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं. मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें. आसपास भारी फर्नीचर हो तो उससे दूर रहें.
इससे पहले जम्मू एवं कश्मीर में बुधवार को भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.6 मापी गई. आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. उन्होंने कहा कि झटके सुबह 5.15 बजे दर्ज किए गए. भूकंप का केंद्र लद्दाक क्षेत्र के कारगिल कस्बे से 199 किलोमीटर दूर स्थित था.
भूकंप का झटका महसूस होते ही लोग घरों से बाहर निकलने लगे. बताया जा रहा है कि असम का कोकराझार भूकंप का केंद्र था. समाचार एजेंसी एएनाई ने जो तस्वीरें जारी की है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे लोग घरों से बाहर सहमे हुए से निकल कर आ गये हैं.
बुधवार को असम के कोकराझार में 5.5 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किये गये. बिहार के साथ-साथ, पश्चिम बंगाल के कूच बेहर, अलीपिरदौर, दार्जलिंग में झटके महसूस किये गये हैं. बताया जा रहा है कि भूकंप 10.20 मिनट पर आया. जिसकी गहराई 13 किलोमीटर मापी गई.
बुधवार को ही हरियाणा के झज्जर में भूकंप के झटके महसूस किये गये. हरियाणा के झज्जर में सुबह 5.43 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए, जिसकी तीव्रता 3.1 मापी गई. बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके से लोग सहम उठे और अपने घरों से निकल गये. हालांकि, अभी तक इन झटकों से किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है.Earthquake measuring 5.5 on the Richter scale hits parts of Assam. Tremors also felt in parts of West Bengal; visuals from Siliguri. pic.twitter.com/pixNPJ85or
— ANI (@ANI) September 12, 2018
Earthquake of magnitude 4.6 on the Richter scale hit #JammuAndKashmir at 05:15 am today
— ANI (@ANI) September 12, 2018
वहीं, 10 सितंबर यानी रविवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ और दिल्ली सहित समूचे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र(एनसीआर) में भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये झटके सुबह छह बजकर 28 मिनट पर आए थे. अमेरिका के जियोलॉजिकल सर्वे ने भी इसकी पुष्टि की थी. हालांकि, उसमें भी किसी के हताहत होने की खबर नहीं थी.
इससे पहले रविवार( नौ सितंबर) को शाम चार बजकर 37 मिनट पर हरियाणा के झज्जर जिले में झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.8 आंकी गई थी. दिल्ली भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता है. कई बार एनसीआर में झटके लग चुके हैं, मगर भूकंप से बचाव के लिए सरकारी स्तर से न जनजागरूकता अभियान धरातल पर दिख रहे हैं और न आपदा प्रबंधन से अन्य जानकारियां.
भूकंप आए तो बरतें सावधानीः भूकंप आने के बाद बरती गईं सावधानियां आपकी जान बचा सकतीं हैं. यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो. भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं. मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें. आसपास भारी फर्नीचर हो तो उससे दूर रहें.
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