विज्ञापन
This Article is From Aug 06, 2017

इस IAS ऑफिसर को खुद 'साहब' कहलाना नहीं है पसंद

आईएएस अधिकारी ने कहा, 'इसलिए, इस तरह की सामंती उपाधियों से परहेज किया जाए और या तो मेरे नाम से या फिर पद से संबोधित किया जाए.

इस IAS ऑफिसर को खुद 'साहब' कहलाना नहीं है पसंद
महाराष्ट्र कैडर IAS ऑफिसर हैं ये. तस्वीर: प्रतीकात्मक
मुंबई: नाम के पहले सम्मानसूचक संबोधन की परंपरा को त्यागने के लिए कहते हुए महाराष्ट्र में एक आईएएस अधिकारी ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को ऐसी परंपरा बंद करने का निर्देश दिया है. महाराष्ट्र के कृषि आयुक्त सुनील केंद्रेकर ने अपने विभागीय कर्मचारियों को संवाद में कहा है, 'मेरे ध्यान में आया है कि पत्र व्यवहार, फाइलें, या मोबाइल फोन संदेश में, मुझे सम्माननीय, आदरणीय, श्री आदि कह कर संबोधित किया जाता है ...यह ठीक नहीं है. ' 

ये भी पढ़ें: देवेंद्र फडणवीस के मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा में हंगामा

आईएएस अधिकारी ने कहा, 'इसलिए, इस तरह की सामंती उपाधियों से परहेज किया जाए और या तो मेरे नाम से या फिर पद से संबोधित किया जाए. ' केंद्रेकर ने बताया कि उन्होंने पूर्व की नियुक्तियों में भी अपने नाम के पहले सम्मानसूचक उपाधियों को छोड़ने पर जोर दिया था.

वीडियो: महाराष्ट्र के गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता के ख़िलाफ़ कांग्रेस का प्रदर्शन


मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खुद को प्रधान सेवक कहने की अपील कर चुके हैं. साथ ही हाल ही में केंद्र सरकार ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए गाड़ियों पर लाल बत्ती लगाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है.

इनुपट: भाषा

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Previous Article
अब्बास अंसारी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दी जमानत, फिर भी जेल में ही रहेंगे
इस IAS ऑफिसर को खुद 'साहब' कहलाना नहीं है पसंद
भारत की अमेरिका से 31 ‘प्रीडेटर’ ड्रोन खरीदने संबंधी डील साइन, जानें सेना की कैसे बढ़ाएंगे ताकत
Next Article
भारत की अमेरिका से 31 ‘प्रीडेटर’ ड्रोन खरीदने संबंधी डील साइन, जानें सेना की कैसे बढ़ाएंगे ताकत
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com