महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ट्रेन की चपेट में आए प्रवासी मजदूरों की शुक्रवार को मौत हो गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य लोगों ने इस घटना पर दुख जताया था. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए सवाल किया है कि क्या आपको इस जिम्मेदारी स्वीकार कर आपको त्यागपत्र नहीं दे देना चाहिए.
दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा- "उमरिया, शहडोल व मंडला जिले मध्य प्रदेश के 16 मजदूर ट्रेन से कुचल कर मर गये. मैंने कल ही शिवराज चौहान से प्रश्न किया था “क्या इन मज़दूरों का पंजीयन हुआ था? यदि हुआ था तो मप्र सरकार ने क्या इंतज़ाम किया?” हक़ीक़त ख़ुद बचे हुए मज़दूर से सुनिए.
लाल बहादुर शास्त्री जी ने ट्रेन हादसे के बाद त्यागपत्र दे दिया। माधव राव सिंधिया जी ने हवाई जहाज़ की दुर्घटना पर त्यागपत्र दे दिया। अब शिवराज जी आप बतायें, क्या आपको ज़िम्मेदारी स्वीकार कर त्यागपत्र नहीं दे देना चाहिये?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 9, 2020
उन्होंने आगे लिखा- महाराष्ट्र राज्य के प्रभारी प्रमुख सचिव से जो फ़ोन नंबर दिया गया था उस पर लगातार मेरे कार्यालय से ०२/०३/०४ मई तक संपर्क करने का प्रयास करता रहा लेकिन उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया. अब शिवराज जी यह बतायें कि इस हादसे के लिये कौन ज़िम्मेदार है?
लेकिन आप धोखे से बने मुख्य मंत्री हैं जनता का विश्वास पा कर आप मुख्य मंत्री नहीं बने हैं। इसलिये आप से हमें व मध्य प्रदेश की जनता को यह उम्मीद नहीं है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 9, 2020
कांग्रेस नेता ने शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए लिखा- "लाल बहादुर शास्त्री जी ने ट्रेन हादसे के बाद त्यागपत्र दे दिया. माधव राव सिंधिया जी ने हवाई जहाज़ की दुर्घटना पर त्यागपत्र दे दिया. अब शिवराज जी आप बतायें, क्या आपको ज़िम्मेदारी स्वीकार कर त्यागपत्र नहीं दे देना चाहिये? लेकिन आप धोखे से बने मुख्यमंत्री हैं जनता का विश्वास पाकर आप मुख्य मंत्री नहीं बने हैं. इसलिये आप से हमें व मध्य प्रदेश की जनता को यह उम्मीद नहीं है."
महाराष्ट्र राज्य के प्रभारी प्रमुख सचिव से जो फ़ोन नंबर दिया गया था उस पर लगातार मेरे कार्यालय से ०२/०३/०४ मई तक संपर्क करने का प्रयास करता रहा लेकिन उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया। अब शिवराज जी यह बतायें कि इस हादसे के लिये कौन ज़िम्मेदार है?
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महाराष्ट्र में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक रेल हादसा (Rail Accident) हो गया. 15 प्रवासी मजदूर एक ट्रेन की चपेट में आ गए. घटना मुंबई से 360 किलोमीटर दूर औरंगाबाद जिला स्थित करमाड की है. सभी मजदूर पटरी के सहारे जालना से भुसावल की ओर पैदल अपने घर (मध्य प्रदेश) लौट रहे थे. थकान की वजह से सभी मजदूर पटरी पर ही लेट गए. सुबह सवा पांच बजे एक ट्रेन (मालगाड़ी) वहां से गुजरी. मजदूरों को संभलने का भी मौका नहीं मिला और सभी ट्रेन की चपेट में आ गए.
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उमरिया, शहडोल व मंडला जिले मध्य प्रदेश के १६ मजदूर ट्रेन से कुचल कर मर गये। मैंने कल ही शिवराज चौहान से प्रश्न किया था “क्या इन मज़दूरों का पंजीयन हुआ था? यदि हुआ था तो मप्र सरकार ने क्या इंतज़ाम किया?” हक़ीक़त ख़ुद बचे हुए मज़दूर से सुनिए। pic.twitter.com/lSssjSjrVE
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल हादसे में जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं. रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है और वह इस घटना की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है.''
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